एक्सएलआरआई में एडमिशन के ट्रेंड को बदल दिया गया है. जहां दो साल के मैनेजमेंट के कोर्स में अब तक इंजीनियरों का दबदबा रहता था, वहीं इस बार बिजनेस मैनेजमेंट के साथ ही ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (एचआरएम) में भी बड़ा बदलाव हुआ है. सत्र 2024-2026 में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में 50 प्रतिशत विद्यार्थी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं और पहली बार संस्थान में 50 प्रतिशत नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के विद्यार्थियों को भी नामांकित किया गया है. हालांकि बिजनेस मैनेजमेंट में कुल 55 प्रतिशत इंजीनियरिंग के जबकि 45 प्रतिशत नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के विद्यार्थियों को दाखिला मिल सका है. इस बात की जानकारी एक्सएलआरआइ के टाटा ऑडिटोरियम में नये शैक्षणिक सत्र (2022-2024) के उद्घाटन सत्र शुरू होने के मौके पर मिली है.
XLRI में हुआ नए सत्र का शुरूआत..
एक्सएलआरआई में सोमवार से नये सत्र की शुरुआत की गयी. जिसमें बिजनेस मैनेजमेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, एफपीएम समेत अन्य कई कोर्सों में एडमिशन लेने वाले कुल 551 बच्चों के साथ उनके माता-पिता और संस्थान के डायरेक्टर, डीन, 70 शिक्षकों के साथ गैर शैक्षणिक कर्मचारी मौजूद रहे. एक्सएलआरआई के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज एसजे, डीन एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनेंस फादर डोनाल्ड डी सिल्वा एसजे, डीन एकेडमिक्स प्रो संजय पात्रो ने एक साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. जहां कार्यक्रम के प्रारम्भ में डीन एकेडमिक्स प्रो संजय पात्रो ने अपने भाषण के जरिए वहां उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद करते हुए सहृदय सबका स्वागत किया. वहीं डीन एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनेंस फादर डोनाल्ड डी सिल्वा ने प्रार्थना की और कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मौके पर मौजूद सभी छात्रों का एक्सएलआरआई जमशेदपुर परिवार में स्वागत किया.
डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज- विद्यार्थी सत्य पथ पर चलकर लक्ष्य की ओर हो अग्रसर..
डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज एसजे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज से आप सभी एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं. उन्होंने सभी से सत्य और ज्ञान का आवाह्न करने की प्राथना की. कहा कि सत्य प्रकाश की तरह होता है, इसलिए अपने अन्दर सत्य और लक्ष्य का दीपक जलाएं. उन्होंने कहा कि एक्सएलआरआइ एक जुनून है और आप सब ने इस यात्रा का हिस्सा बनकर अपने लिए सही चुनाव किया है. इसी दौरान उन्होंने कहा कि एक्सएलआरआइ ने हमेशा लिंगानुपात पर जोर दिया है. भारत में मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाली कई पहली महिलाएं एक्सएलआरआइ से हैं. एक्सएलआरआइ मजबूत मूल्यों के साथ एक जेसुइट संस्थान होने के नाते, न केवल महिलाओं को बहुत सम्मान देता है साथ ही उन्हें सुरक्षित और सशक्त भी महसूस कराता है.
कोर्स के अनुसार विद्यार्थियों का लिंगानुपात और बैकग्राउंड..
पीजीडीएम ( बीएम) में कुल 236 विद्यार्थी नामांकित हैं जिनमें 31 % महिलाएं और 69 % पुरूष हैं. 55 % विद्यार्थी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं.
पीजीडीएम ( एचआरएम) में कुल 180 छात्र छात्राओं का नामांकन है. जहां 59 % महिलाएं और 41 % पुरुष हैं. 50 % विद्यार्थी इजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं.
पीजीडीएम ( जीएम ) में कुल 112 विद्यार्थी हैं जिसमें 30 % महिलाएं और 70 % पुरुष नामांकित हैं और 79 % विद्यार्थियों का बैकग्राउंड इंजीनियरिंग में है.