रांची: भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि के मौके पर राजधानी रांची के कोकर स्थित बिरसा चौक और जेल पार्क में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें राज्यपाल, मुख्यमंत्री, जिला उपायुक्त और अन्य कई प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान वीआईपी मूवमेंट को प्राथमिकता देते हुए शहर के विभिन्न हिस्सों में यातायात को रोक दिया गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश के बीच ट्रैफिक रोकने की इस व्यवस्था से गुस्साए लोगों और पुलिस के बीच तीखी बहस हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कई बाइक सवार लोग तेज बारिश में भीगते हुए ट्रैफिक खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच कुछ लोगों की पुलिसकर्मियों से बहस हो जाती है।
जब लोगों ने भीगने की शिकायत की, तो एक पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया, “हम नहीं भीग रहे हैं?” इस जवाब से मामला और गरमा गया। गुस्से में लोगों ने पुलिस पर वीआईपी संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और मौके पर हल्की झड़प भी देखने को मिली। पुलिस ने लोगों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन तब तक माहौल तनावपूर्ण हो चुका था।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री का काफिला मौके से गुजरता है, जिसमें रांची एसडीएम उत्कर्ष कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। उनके पहुंचने के बाद थोड़ी देर में स्थिति सामान्य हुई।
बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए यह वीआईपी काफिला बिरसा चौक पहुंचा था। हालांकि श्रद्धांजलि कार्यक्रम को लेकर प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा इंतज़ाम और यातायात नियंत्रण की व्यवस्था आम जनता को रास नहीं आई। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या आम नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा वीआईपी मूवमेंट से कम अहमियत रखती है?
वीडियो के वायरल होने के बाद यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। आम जनता ने वीआईपी संस्कृति पर सवाल उठाते हुए प्रशासन से जवाबदेही की मांग की है। वहीं, प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।