दुमका-रामपुरहाट के बीच रेलपटरी पर शनिवार की सुबह तीन शव क्षत-विक्षत हालत में मिले। मृतकों में दो युवक और एक युवती शामिल है। तीनों शवों को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में पिलर संख्या 144/0, बुचायाम गांव के पास बरामद किया गया। शनिवार की सुबह जब ग्रामीणों ने शव देखा तो पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। मृतक युवकों में से एक शिकारीपाड़ा प्रखंड के शहरजोरी गांव का रहने वाला साइमन मरांडी और दूसरा अजय मरांडी है, जबकि युवती शिकारीपाड़ा के दुर्गापुर गांव की रहने वाली अनीता मुर्मू है। शव मिलने की सूचना पर अगल-बगल के गांवों से लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मृतक युवकों में से एक का सिर धर से अलग पड़ा था, जबकि दोनों के शरीर पर गहरे जख्म के निशान हैं।
बच निकली किशोरी ने बयां की मौत की कहानीः रामपुरहाट रेलमार्ग पर बुचायाम गांव के पास रेलपटरी पर हुए हादसे में जहां तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी, वहीं दुर्गापुर की रहनेवाली प्रिया मुर्मू बाल-बाल बच निकली। उसी ने हादसे की पूरी दास्तां सुनाई। उसने पुलिस को बताया कि शहरजोरी गांव के अजय हेम्ब्रम, साइमन मरांडी, दुर्गापुर गांव की एलबीना मुर्मू और वह शुक्रवार की देर रात तक बुचायाम गांव स्थित रेलपटरी पिलर संख्या 144/0 पर लेटे थे। इसी बीच उनकी आंख लग गई। तभी समाने से आ रही एक मालगाड़ी की सीटी सुनकर वह पटरी से हट गई, पर इतना समय नहीं था कि तीनों को जगा पाती। तीनों की मौत घटनास्थल पर ही ट्रेन की चपेट में आने से हो गई। उसने बताया कि हादसे की वजह से वह पूरी तरह से डर गई और अपने घर न जाकर शहरजोरी गांव पहुंचकर आपबीती सुनाई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस प्रिया को अपने साथ शिकारीपाड़ा थाना ले जाकर पूछताछ कर रही है।
वहीं शिकारीपाड़ा थाना के पुलिस अवर निरीक्षक भवेश कुमार रमानी का कहना है कि प्रथमदृष्टया मामला ट्रेन की चपेट में आने से मौत का ही लग रहा है। बताया जाता है कि साइमन उत्क्रमित मध्य विद्यालय शहरजोरी में आठवी कक्षा का छात्र था।