देवघर में श्रावणी मेले की तैयारी जोरों शोरों से शुरू हो गई है. हर साल देश- विदेश से लाखों कावरिएं देवघर बाबा वैद्यनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. इस बार सभी श्रधालुओं को बेहतर स्वास्थ्य को मद्देनजर रखते हुए कई सुविधाएं जैसे स्थाई अस्पताल और टोटो एबुलेंस जैसी कई बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था सरकार द्वारा मुहैया कराई जाएंगी. इस साल के श्रावणी मेला को पीछे साल के मुकाबले काफी बेहतर ढंग से आयोजित कराने का प्रयास किया जा रहा है. जिसकी तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गई है. हर साल करोड़ों की संख्या में भक्त जन बाबा वैद्यनाथ की पूजा अर्चना के लिए देवघर आते है, जहां श्रधालुओं की उपस्थिति से चारों और काफी भीड़ रहती है और सड़कों पर बड़े वाहनों को आने जाने में काफी जद्दोजहत करनी पड़ती है. ऐसे में किसी के स्वास्थ्य बिगड़ जाने पर भी वहा से अस्पताल तक की दूरी तय करना काफी मुश्किल भरा रहता है. पर इस साल झारखंड सरकार की इस समस्या को देखते हुए डीसी को प्रस्ताव भेज 4 से 5 अस्थाई अस्पताल बनवाने और बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कराने की बात कही है. साथ ही दो चक्का और तीन चक्का एबुलेंस को भी बहाल करवाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि लोगों को अस्पताल आने जाने में तकलीफों का सामना न करना पड़े. इस बार सभी कावरियों की चिकित्सा सेवा पर स्वास्थ्य विभाग पूरे 3.2 करोड़ खर्च करेगी.
सर्जन डॉ. रंजन सिन्हा का प्रस्ताव बजट
डॉ. रंजन सिन्हा ने सभी प्रकार के प्रस्ताव बजट चिकित्सा विभाग और डीसी को भेज दिया है जिसमे लिखा है कि इस साल 30 की जगह 40 एंबुलेंस भक्तों की स्वास्थ्य सुविधा के लिए भेजे जाएंगे. पिछले साल के बनिस्पत इस साल झारखंड बिहार बॉर्डर से लेकर बना बैद्यनाथ के मंदिर प्रांगण तक 4 से 5 अस्थाई अस्पताल भी बनवाएं जाएंगे जहां 3 पालियों में डॉक्टर्स और कई स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात रखा जाएगा. 150 से अधिक डॉक्टर्स और 400 से 500 के लगभग एएनएम और अन्य चिकित्सा कर्मियों को बहाल किया जाएगा. सभी अस्थाई अस्पताल और एंबुलेस में एयर कंडीशनर युक्त वातावरण रहेगा.