रिम्स में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी होगी दूर, 145 पदों पर होगी नियुक्ति….

रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए पहली बार इतने बड़े स्तर पर नियुक्तियां की जा रही हैं. नए साल में रिम्स में असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर प्रोफेसर तक के कुल 145 पदों पर बहाली की जाएगी। इसके लिए रिम्स प्रबंधन ने 21 दिसंबर तक आवेदन मांगे हैं. इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर के 43, एसोसिएट प्रोफेसर के 56, एडिशनल प्रोफेसर के 9 और प्रोफेसर के 37 पद शामिल हैं. रिम्स के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में एक साथ डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है.

रिम्स में डॉक्टरों की कमी

पिछले दो सालों में रिम्स में 25 से अधिक वरिष्ठ फैकल्टी रिटायर हो चुके हैं, जिससे विभिन्न विभागों में स्टाफ की भारी कमी हो गई है. वर्तमान में 30 से अधिक विभागों वाले रिम्स में केवल 160 डॉक्टर कार्यरत हैं. डॉक्टरों की इस कमी से स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव पड़ रहा है. नई नियुक्तियों के जरिए इस समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है.

किन विभागों में कितने पदों पर होगी बहाली?

रिम्स के विभिन्न विभागों में डॉक्टरों की बहाली की योजना बनाई गई है. प्रत्येक पद और विभाग के हिसाब से नियुक्ति की संख्या निर्धारित की गई है.

प्रोफेसर के पद

एनाटोमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, एफएमटी, सर्जरी, मेडिसिन, पीडियाट्रिक, स्किन, न्यूरोसर्जरी, गायनोकोलॉजी, रेडियोलॉजी, रेडियोथेरेपी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी जैसे विभागों में कुल 37 प्रोफेसर नियुक्त किए जाएंगे.

एडिशनल प्रोफेसर के पद

सीटीवीएस, नेफ्रोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, नियोनेटोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी और क्रिटिकल केयर जैसे विभागों में कुल 9 एडिशनल प्रोफेसर बहाल किए जाएंगे.

एसोसिएट प्रोफेसर के पद

एनाटोमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, एफएमटी, सर्जरी, मेडिसिन, स्किन, न्यूरोसर्जरी, गायनोकोलॉजी, नेत्र विभाग, रेडियोलॉजी, कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी और अन्य विभागों में 56 एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त किए जाएंगे.

असिस्टेंट प्रोफेसर के पद

पैथोलॉजी, सर्जरी, मेडिसिन, पीडियाट्रिक सर्जरी, न्यूरोसर्जरी, गायनोकोलॉजी, कार्डियोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, न्यूरोलॉजी और अन्य विभागों में कुल 43 असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किए जाएंगे.

नर्सिंग स्टाफ और थर्ड ग्रेड कर्मियों की भी होगी बहाली

डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद रिम्स प्रबंधन नर्सिंग स्टाफ और थर्ड ग्रेड कर्मचारियों की बहाली पर भी ध्यान देगा. इससे अस्पताल में मरीजों की देखभाल और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा.

स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि उन्होंने मंत्री पद संभालने के बाद राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, सदर अस्पतालों और सीएचसी-पीएससी में डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी को लेकर समीक्षा की. इसके बाद उन्होंने नियुक्तियों के निर्देश दिए हैं. डॉ. अंसारी ने कहा, “रिम्स हमारे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ है. ऐसे में यहां डॉक्टरों की कमी को दूर करना मेरी प्राथमिकता है. फैकल्टी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही अन्य पदों के लिए भी विज्ञापन निकाले जाएंगे”.

रिम्स की सेवाओं में सुधार की उम्मीद

इस बड़े स्तर की भर्ती प्रक्रिया से रिम्स की स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार की उम्मीद है. नए डॉक्टरों के जुड़ने से मरीजों को बेहतर इलाज और देखभाल मिल सकेगी. साथ ही, रिम्स का प्रशासनिक और स्वास्थ्य ढांचा भी मजबूत होगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×