76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाइन मैदान में तिरंगा फहराया और सशस्त्र बलों की परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने देश और राज्य के शहीदों और विभूतियों की कुर्बानी को नमन करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी के बल पर आज हमारा देश एक सशक्त लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में विश्व के मानचित्र पर अपनी पहचान बना पाया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी सरकार ने समाज के हर वर्ग—गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए योजनाएं और नीतियां बनाई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी के चेहरों पर उम्मीद की नई किरणें दिखाई दे रही हैं और उनकी सरकार जनता से किए गए हर वादे को निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य में 48,000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को अधियाचना भेजी जा चुकी है, जिसमें से 46,000 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इनमें से 5,000 से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि 28,000 से अधिक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अलावा, झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के तहत 342 पदों पर भी नियुक्ति प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी।
युवाओं के कौशल विकास पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत अब तक 4,84,000 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिनमें से 2,14,000 युवाओं को नौकरी के प्रस्ताव मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध हो रही है।
सीएम सोरेन ने झारखंड के लोगों से संविधान निर्माताओं की परिकल्पनाओं के अनुरूप ऐसा राज्य बनाने का आह्वान किया, जहां हर व्यक्ति के अधिकार सुरक्षित हों, सभी को समान विकास का अवसर मिले और समाज के कमजोर से कमजोर व्यक्ति की आवाज सत्ता के उच्चतम स्तर तक पहुंचे।
गणतंत्र दिवस समारोह के इस विशेष अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और मुख्यमंत्री की घोषणाओं और उनके विज़न का स्वागत किया।