पिछले 10 सालों से झारखंड में नये चापाकल लगाने पर रोक लगी हुई थी | इसके कारण राज्य के लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा था | अब राज्य के हर पंचायत में पांच नये चापाकल लगाने के लिए कैबिनेट ने हरी झंडी दिखा दी | पेयजल व स्वच्छता विभाग ने बताया की स्थानीय विधायकों की अनुशंसा पर हर पंचायत में पांच नये चापाकल बनवाये जायेंगे |इसके लिए सभी विधायकों से विभागीय स्तर पर पत्राचार हो चुका है | पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा की पिछले 10 सालों से राज्य में नये चापाकल लगाने से रोक लगी हुई थी |`
पेयजल मंत्री ने इस योजना को महत्वकांक्षी बताया है ,साथ ही मंज़ूरी मिलने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार व्यक्त किया है | अब राज्य के लोगों खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को पीने व अन्य पानी की ज़रूरतों के लिए जूझना नहीं पड़ेगा | पेयजल मंत्री ने बताया की इस योजना पर लगभग 184 करोड़ रुपये खर्च होंगे| पेयजल मंत्री ने कहा 2024 तक झारखण्ड के 58 लाख परिवारों के घरों तक हमारी सरकार पानी पहुंचेगी | साथ ही कहा की पेयजल आपूर्ति के लिए और भी योजनाओं पर काम चल रहा है लेकिन इनमें अभी समय लगेगा |
ऐसे में गर्मियों के दिनों में जलापूर्ति के निदान के लिए राज्य के सभी 4374 सभी ग्राम पंचायतों में प्रति पंचायत पांच नये चापाकल लगाना काफी कारगर साबित होगा | पेयजल मंत्री ने कहा बजट के दौरान हमारी सरकार के द्वारा इसकी घोषणा की गई थी | कोरोना वायरस का असर भी अब काम होता जा रहा है इसीलिए काम में अब गति होगी |