रांची पुलिस ने गाड़ियों की लूट करने वाले इंटर स्टेट गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस के इस अभियान में इनकी सरगना लवली सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वह पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के बोरिंग रोड स्थित इंद्रपुरी से गिरोह का संचालन कर रही थी। बैंक अधिकारी बन महंगे होटलों में ठहरती थी। यहीं अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मीटिंग भी करती थी। इतना ही नहीं लवली सिंह हाइवे पर लिफ्ट मांगकर वाहनों के लूट को अंजाम देती थी। एक निर्धारित जगह पर उसके सदस्य पहले से ही खड़े रहते थे। उस जगह पर पहुंचते ही वह अपने सदस्यों की मदद से गाड़ी लूट लेती थी।
प्लानिंग के साथ पुलिस ने की गिरफ्तारी
रांची पुलिस ने सरगना लवली सिंह को जाल बिछाकर हजारीबाग से गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार आरोपी की मदद से ग्राहक बनकर उससे मिलने हजारीबाग के एक होटल में पहुंची। होटल में डील चल ही रही थी कि वहां सादे लिबास में मौजूद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पुलिस वालों से कहा- तुम जानते नहीं, वर्दी उतरवा देंगे
गिरफ्तारी के बाद लवली सिंह बौखला गई। वो पुलिस वालों पर बरस पड़ी। कहने लगी, तुम जानते नहीं हो हमारी पहुंच कहा तक है… तुमारी वर्दी उतर जाएगी… कुछ ही देर में तुम लोगों को समझ आ जाएगा। इस दौरान महिला पुलिसकर्मी उसे दबोच कर गाड़ी में बिठाकर रांची ले आई।
लंबी टीम के साथ घटना को देती थी अंजाम
लवली सिंह का गिरोह झारखंड, बिहर से लेकर दिल्ली तक फैला हुआ था। चोरी करने से लेकर चेचिस नंबर बदलने और फर्जी कागजात बनाने तक की टीम तैयार रहती थी। गाड़ी की चोर कर उसे हजारीबाग लाया जाता था। यहां उसके इंजन और चेचिस नंबर को बदला जाता था। इसके बाद उसके फर्जी कागजात के साथ ग्राहकों को बेच दिया जाता था।
बुढ़मू में दूल्हे की कार लूटने के बाद एक्टिव हुई पुलिस
रांची के ग्रामीण SP नौशाद आलम ने बताया कि 1 दिसंबर को रांची के बुढ़मू थाना के पथकोई गांव में एक दूल्हे की गाड़ी को हथियार के बल पर लूट लिया गया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद खलारी डीएसपी के नेतृत्व में इस सरगना की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। अभियान में पहले फरीद आलम नाम के आरोपी की गिरफ्तारी की । इसकी निशानदेही पर सरगना को अरेस्ट किया गया।