रांची : अगर आप रांची में रहते हैं और शहरी क्षेत्र में जमीन खरीदना चाहते हैं, तो आपके लिए जरूरी खबर है। दरअसल सरकार द्वारा जमीन खरीद और बिक्री के लिए कुछ नियम बदले जा रहे हैं। रांची में अब शहरी क्षेत्र में जमीन और फ्लैट की कीमत में 5 से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जाएगी। जमीन की खरीदारी करने वालों को अगस्त से जेब पर पहले से अधिक भार पड़ेगा। रांची नगर निगम क्षेत्र के 53 गांवों में जमीन की कीमत में 5 से10% की बढ़ोतरी हो सकती है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र की जमीन की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। कीमत बढ़ने से शहरी क्षेत्र की जमीन और फ्लैट की पंजीकरण पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। पिछली बार डोरंडा हिनू, मेन रोड, घाघरा, थड़पखना, नागड़ा टोली, कांके रोड समेत रांची के कई शहरी क्षेत्र में जमीन-फ्लैट की कीमत सबसे अधिक बढ़ी थी। जबकि कोकर से जुड़े वार्ड सात के इलाके की जमीन कीमत सबसे कम थी। वह इस बार वार्ड 21,22,23 में जमीन-फ्लैट की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ने का अनुमान है। पिछले साल वार्ड 47 के डोरंडा घाघरा इलाके की जमीन की कीमत अधिकतम प्रति डिसमिल 1.78 लाख की बढ़ोतरी हुई थी। इस बार में मेन रोड में जमीन की कीमत प्रति डिसमिल दो लाख हो सकती है। इसका सीधा असर जमीन-फ्लैट खरीदारों पर पड़ेगा, क्योंकि उन्हें संपत्ति की पंजीकरण के लिए डाक टिकट और न्यायालय का शुल्क चुकाना होगा।
रांची के सब रजिस्ट्रार घासीराम पिंगुआ ने कहा है कि जमीन फ्लैट की दर हर 2 साल के अंतराल पर बढ़ाने का प्रावधान है। हर साल शहरी क्षेत्र में जमीन-फ्लैट के मूल्य में संशोधन किया जा रहा है क्योंकि पिछले साल शहरी क्षेत्र में भूमि के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं हुई थी। नई दर 1 अगस्त से लागू होगी।