Jharkhand: सरकारों द्वारा बहुत सारी योजनाओ का संचालन किया जाता है। लेकिन जब यह योजनाएं भंग होती जाती है तब इसका जिम्मेदार कौन होता है। राशन कार्डधारियों को झारखंड सरकार ने जनवरी 2022 में पेट्रोल पर 25 रुपये प्रति लीटर सब्सिडी देने की योजना शुरू की थी। झारखंड में लाखों लोग राशन कार्डधारियों है। लेकिन अब आलम ऐसा हो गया है कि अगस्त 2023 में सिर्फ आठ हजार गरीबों ने इस योजना का लाभ लिया।
सब्सिडी लेनेवालों की संख्या घटती….
झारखंड में पेट्रोल सब्सिडी योजना से गरीबों का अब मोहभंग होता दिख रहा है। पेट्रोल सब्सिडी योजना से लगभग एक लाख से अधिक गरीब बाहर हो गये है। सरकार ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए जनता को इससे राहत दिलाने के लिए पेट्रोल सब्सिडी योजना शुभारंभ किया था। शुरू में इस योजना से लोगों को लाभ हुआ इसके बावजूद लगातार सब्सिडी लेनेवालों की संख्या घटती जा रही है।
प्रत्येक माह करे री-रजिस्ट्रेशन….
राज्य में मौजूद राशनकार्डधारी पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के बाद भी इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे है। जनवरी 2022 में जब पेट्रोल सब्सिडी योजना का शुभारंभ किया गया था तब सब्सिडी लेने वाले लोगों की संख्या 1.15 लाख थी, जो अगस्त 2023 में आठ हजार तक सिमट कर रह गयी है। जब सरकार ने योजना शुरू की थी तब री-रजिस्ट्रेशन का प्रावधान रखा था। जिसमें योजना के लाभ लेने वाले को हर माह री-रजिस्ट्रेशन कराना है। लाभुकों को प्रत्येक माह विभागीय पोर्टल या ऐप पर जाकर री-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी है।
1 लाख से अधिक लोगों ने कराया था रजिस्ट्रेशन….
प्रतीक मेरी रजिस्ट्रेशन के प्रक्रिया को खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से सरल बनाया गया। साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार से योजना का व्यापक प्रचार प्रसार किया, लेकिन इसका कोई सकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिला है। 1,45,197 लोगों ने जनवरी 2022 में योजना के शुरू होते हैं आवेदन किया था इसमें से 1,15,536 आवेदन स्वीकृत करने के बाद इन्हें 25 रुपये प्रति लीटर में 10 लीटर तक के पेट्रोल पर सब्सिडी प्रदान की गयी। फरवरी में 73,493 लोगों ने आवेदन किया, जिसमें 55,223 के आवेदन स्वीकृत हुए। वहीं 11,879 लोगों ने री -रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद से लगातार की संख्या घटती गयी।