झारखंड में कोरोना संक्रमितों के बढ़ रहे आंकड़ों के साथ रोजाना हो रही मौत डरा रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार अब हाफ डे लाॅकडाउन का फैसला ले सकती है। इसके तहत सुबह से दोपहर तक ही सार्वजनिक गतिविधियां होंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बात के संकेत दिए हैं। राज्य में वर्तमान में रात 8 बजे से लेकर सुबह 6 तक नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है।
एक चैनल से बातचीत में हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना की वजह से राज्य में हालात भयावह हो चले हैं। इससे निपटने के लिए सरकार एवं उसकी मशीनरी अपने स्तर से हर प्रयास कर रही है, लेकिन यह नाकाफी है। ऐसे में सरकार हाफ डे लॉकडाउन पर जल्द फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे बड़ी चिंता रोज कमाने-खाने वालों को लेकर है। इसलिए वे अपने ऐसा रास्ता निकालने पर मंथन कर रहे हैं जिससे रोज कमाने-खाने वालों की मुसीबतें ज्यादा नहीं बढें।
फिलहाल, सरकार ने स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, आईटीआई संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का फैसला ले लिया है। झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 2 मई को होने वाली संयुक्त असैनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में होने वाले एकेडमिक से लेकर सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित रहेंगी। जेपीएससी की सातवीं से लेकर दसवीं तक सिविल सेवा की परीक्षा दाे मई को होनी थी। इस परीक्षा के माध्यम से दो सौ से अधिक पदों पर नियुक्ति होनी थी। इसके लिए करीब 5 लाख 50 हजार परीक्षार्थियों को शामिल होना था। परीक्षा आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।