जामताड़ा में 5 दलित पीड़ित परिवार पिछले 5 दिनों से इंसाफ के लिए सड़क के किनारे बैठे हुए हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी को इनकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है। हालांकि मंगलवार को हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
दरअसल ये मामला चिरूडीह गांव का है। इन पांचों दलित परिवार का आरोप है कि उनके घर और जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है और उन्हें भगा दिया गया है। थाना से लेकर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी तक न्याय की गुहार लगाकर पीड़ित परिवार थक चुके हैं। अंत में थक हार कर ये सभी सड़क के किनारे अपने छोटे-छोटे बच्चे परिवार के साथ दिन गुजारने को मजबूर हैं। पिछले पांच दिनों से ये न्याय की भीख मांग रहे हैं।
इंसाफ की गुहार लगा रहे दलित पीड़ित परिवार की महिलाओं का कहना कि उनकी पुश्तैनी जमीन और घर पर गांव के लोगों ने कब्जा कर लिया और उन्हें भगा दिया। वहीं, महिला का कहना है कि मामले को लेकर डीसी के यहां भी गए, लेकिन डीसी ने मिलना तक उचित नहीं समझा। इनका कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता है, ये लोग कहीं नहीं जाएंगे। मामले को लेकर जिला प्रशासन ने जांच कमेटी का गठन किया है। जिला प्रशासन का कहना है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि इन 5 दलित पीड़ित परिवार की चिरूडीह गांव में पुश्तैनी जमीन है। जिस पर प्रधानमंत्री आवास के लिए प्रशासन की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई। प्रधानमंत्री आवास भी बना, लेकिन इसी बीच गांव के दबंगों ने उन्हें घर से बेदखल कर दिया।
उधर, मंगलवार को हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर स्थानीय प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है। भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि भाजपा इस दलित पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उनको न्याय दिलाने के लिए रांची तक आंदोलन करेगी।