रांची : रिम्स के 350 डॉक्टरों में से 230 डॉक्टरों ने शपथ पत्र जमा कर बताया है कि वे रिम्स के अलावा कहीं भी निजी अभ्यास नहीं करते हैं। दरअसल रिम्स के कुछ डॉक्टरों को लेकर शिकायत मिली थी कि रिम्स के कुछ डॉक्टरों निजी अभ्यास करते हैं। साथ ही एनपीए भी छोड़ना नहीं चाहते हैं। ऐसे डॉक्टरों से सख्ती से निपटने के लिए पत्र लिखा गया था। साथ ही शपथ पत्र जमा कराने को लेकर रिम्स प्रबंधन की ओर से डॉक्टरों को पत्र जारी किया गया था। वहीं रिम्स प्रबंधन के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने बताया कि सभी आवेदन की जांच होगी। उसके बाद शपथ पत्र के आधार पर उनके एनपीए के एरियर का भुगतान का रास्ता साफ हो सकेगा।
सीनियर डॉक्टरों की संख्या में प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर शामिल हैं। दिसंबर 2012 से अक्टूबर 2014 तक का एनपीए का भुगतान किया जाना है। शपथ पत्र मिलने के बाद एनपीए पर फैसला होगा। डॉक्टरों के निजी अभ्यास करने का मामला लंबे समय से चल रहा है।