Jharkhand:झारखंड में स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। विश्वविद्यालय खोलने के लिए झारखंड स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक शुक्रवार को विधानसभा में पेश किया गया।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोधकार्यों को बढ़ना है आगे …
बिल की सबसे खास बात यह है कि इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति झारखंड के मुख्यमंत्री होंगे। जबकि, राज्य के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति राज्यपाल हैं। विश्वविद्यालय गठन का उद्देश्य स्वास्थ्य विज्ञान के विभिन्न शाखाओं के ज्ञान को समृद्ध करना है संबद्ध क्षेत्रों में जल्द और व्यावहारिक उपयोग के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करना है। साथ ही, स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोधकार्यों को आगे बढ़ना है।
स्वास्थ्य विज्ञान के सभी क्षेत्रों में एकरूपता का लक्ष्य…
राज्य के मेडिकल कॉलेजों, पारा मेडिकल, फार्मेसी, होमियोपैथी, यूनानी चिकित्सा पद्धति व आयुर्वेदिक संस्थानों में चिकित्सा से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रम चल रहे हैं। ये राज्य में स्थापित विभिन्न विश्वविद्यालय, पारामेडिकल, फार्मेसी और नर्सिंग काउंसिल से संबद्ध हैं। राज्य में अभी स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विश्वविद्यालय अलग से स्थापित नहीं है। इस कारण पाठ्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से संचालित करने में परेशानी होती है।
कोर्स संचालित करने में आ रही दिक्कत….
राज्य के मेडिकल कॉलेजों, पैरामेडिकल, फार्मेसी, होम्योपैथी, यूनानी चिकित्सा पद्धति और आयुर्वेदिक संस्थानों में चिकित्सा से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रम चल रहे हैं। ये राज्य में स्थापित विभिन्न विश्वविद्यालय, पैरामेडिकल, फार्मेसी और नर्सिंग काउंसिल से संबद्ध हैं। फिलहाल राज्य में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कोई अलग विश्वविद्यालय नहीं है। इससे समय पर कोर्स संचालित करने में दिक्कत आ रही है।
आयोग में तीन बड़े शिक्षाविद् होंगे….
कुलाधिपति (मुख्यमंत्री) खुद के प्रस्ताव पर या सरकार के अनुरोध पर हर पांच साल में कम से कम एक बार विश्वविद्यालय के कामकाज की समीक्षा करने और अनुशंसा करने के लिए आयोग का गठन करेंगे। आयोग में तीन बड़े शिक्षाविद् होंगे। इनमें से एक अध्यक्ष होगा।
विभाग ने भी दी विधेयक पर अपनी सहमति…
राज्य में स्वास्थ्य से संबंधित शिक्षा को अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने में तथा इस क्षेत्र में शोध कार्य को और अधिक सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने के उद्देश्य से झारखंड में भी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की आवश्यकता है। बिहार, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में यह पहले से स्थापित है। विधेयक के प्रारूप पर स्वास्थ्य मंत्री का अनुमोदन मिल चुका है। वित्त विभाग की सशर्त सहमति के बाद उसके परामर्श का भी अनुपालन कर दिया गया है। इसके साथ ही विधि विभाग, कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग के अलावा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने भी इस विधेयक पर अपनी सहमति दे दी है।