तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड में हुए हादसे में फंसे आठ मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। हादसे के 16वें दिन, रविवार को पहली बार एक शव बरामद किया गया है, जो एक मशीन में फंसा हुआ पाया गया। बचाव दल अब मशीन को काटकर शव को बाहर निकालने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।
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रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, खोजी कुत्तों ने दी अहम जानकारी
7 मार्च को विशेष खोजी कुत्तों को सुरंग में भेजा गया था, जिन्होंने दो संभावित स्थानों की पहचान की थी, जहां मजदूर फंसे हो सकते हैं। इसके बाद, इन स्थानों पर मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बरामद शव उन्हीं स्थानों में से किसी एक पर मिला है या किसी अन्य जगह पर।
हादसा कैसे हुआ?
22 फरवरी को श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड की छत का एक हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे आठ मजदूर टनल के भीतर फंस गए। तब से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन पानी और भारी मलबे के कारण अभियान में कई बाधाएं आ रही हैं।
मजदूरों की स्थिति अब भी अनिश्चित
टनल में फंसे मजदूरों की स्थिति को लेकर अब भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। बचाव दल विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन अभी तक केवल कुछ अंग और एक शव ही बरामद किए जा सके हैं।
मजदूरों के परिवारों में चिंता और रोष
टनल में फंसे लोगों के परिजन लगातार मौके पर मौजूद हैं और प्रशासन से जल्द से जल्द उनके प्रियजनों को निकालने की मांग कर रहे हैं। हादसे के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। इस बीच, नागरकुरनूल जिले में कई मजदूर इस हादसे से भयभीत होकर काम छोड़कर अपने घर लौट रहे हैं।
झारखंड के चार मजदूर भी फंसे
टनल हादसे में झारखंड के गुमला जिले के चार मजदूर समेत कुल आठ लोग फंसे हुए हैं। प्रशासन और रेस्क्यू टीम लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम को उम्मीद है कि जल्द ही अन्य मजदूरों का भी पता लगाया जा सकेगा और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।