झारखंड में पायलट प्रोजेक्ट के तहत होगा शिक्षकों का तबादला, गठित की जाएगी कमेटी..

रांची : राज्य के शिक्षकों को सरकार राहत देने जा रही है। काफी दिनों से शिक्षक अपने तबादले को लेकर परेशान थे। जिसके बाद अब सरकार उन्हें राहत देने जा रही है। बता दें कि प्राइमरी, मिडिल, हाई और प्लस 2 स्कूलों के शिक्षकों के तबादले का रास्ता अब साफ हो गया है। 2019 की नई स्थानांतरण नीति के तहत शिक्षकों का तबादला होगा। इसकी शुरुआत चतरा जिले से की जाएगी। इसको लेकर स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने चतरा के उपायुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक को निर्देश जारी कर दिया है।

प्राइमरी, मिडिल, हाई और प्लस 2 स्कूलों के शिक्षकों का जिले के अंदर और जिले से बाहर तबादला किया जा सकेगा। जिला (इंट्रा डिस्ट्रिक्ट) तबादला जिला से होगा जबकि और अंतर जिला (इंटर डिस्ट्रिक्ट) तबादला निदेशालय स्तर पर किया जाएगा। राज्य के शिक्षक, शिक्षिकाओं, प्रधानअध्यापकों के स्थानांतरण के लिए शिक्षा विभाग ने टीचर ट्रांसफर पोर्टेबल का निर्माण किया है। इस पोर्टेबल को प्रभावी बनाने के लिए चतरा जिले से पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्थानांतरण प्रक्रिया आयोजित की जा रही है।

चतरा जिले के शिक्षकों को टीचर ट्रांसफर पोर्टल में ऑनलाइन आवेदन करना होगा। योग्य शिक्षक पोर्टल पर अपना आईडी और पासवर्ड जनरेट करेंगे। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद उसका प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी या क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद जिला शिक्षा अधीक्षक या जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से उनका सत्यापन होगा। दो स्तर पर सत्यापन के बाद स्कोरिंग लिस्टनिकाली जाएगी। जिला शिक्षा स्थापना समिति के अनुमोदन के बाद शिक्षकों का तबादला होगा। जिला स्तर पर इसके तारीख जारी की जाएगी।

प्राइमरी, मिडिल , हाई और प्लस 2 स्कूलों के शिक्षकों का जोन के मुताबिक तबादला किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने 2019 में शिक्षकों की सेवा को पांच जोन में बांट दिया है। शिक्षकों को अपनी सेवा के दौरान पांचों जोन में सेवा देनी होगी।

चतरा जिले के प्राइमरी से प्लस 2 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया 2 माह में पूरी होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने अनुसूची भी जारी किया है। शिक्षकों के पास ऑनलाइन आवेदन करने के लिए 15 दिन का मौका होगा।

इसके बाद प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी या क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी 10 दिनों के अंदर ऑनलाइन सत्यापन करेंगे। फिर 10 दिनों तक डीईओ डीएसई दुसरे चरण का सत्यापन करेंगे। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 5 दिनों के अंदर रैंकिंग लिस्ट निकाली जाएगी।