झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर के टाटा स्टील परिसर में रविवार को 110 मीटर ऊंची चिमनी विस्फोट कर गिरायी गयी. बटन दबते ही चिमनी ध्वस्त हो गयी. कंपनी के कोक प्लांट की बैटरी नंबर 5 की चिमनी उन्नत तकनीक के साथ पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गिरायी गयी. प्रेस वार्ता कर टाटा स्टील के बीपी चाणक्य चौधरी ने ये जानकारी दी. आपको बता दें कि नोएडा का ट्विन टावर गिराने वाली एजेंसी को चिमनी गिराने की जिम्मेदारी दी गयी थी. टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से बताया गया कि तकनीक का उपयोग कर कोक प्लांट में एक बंद बैटरी नंबर 5 की चिमनी गिरायी गयी. विस्फोटक से इसे गिराने की जिम्मेदारी एडिफिस इंजीनियरिंग इंडिया और जेट डिमोलिशन साउथ अफ्रीका को दी गयी थी. प्रयास था कि इससे न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव पड़े और कंपनी के कर्मचारियों, प्लांट और उपकरणों को कोई नुकसान नहीं हो. आपको बता दें कि नोएडा का ट्विन टावर गिराने वाली एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी दी गयी थी. इनके पास नियंत्रित और पर्यावरण के अनुकूल परिस्थितियों में विस्फोट कर गिराने का वैश्विक अनुभव है.
जीरो डिग्री पर चिमनी गिराने का बना यह विश्व रिकॉर्ड..
अधिकारियों ने बताया कि चिमनी को जीरो डिग्री, अर्थात पूरी तरह लंबवत गिराया गया, जिससे किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई. अधिकारियों ने दावा किया कि जीरो डिग्री पर चिमनी गिराने का यह विश्व रिकॉर्ड है. अभी तक 4 डिग्री तक गिराने का ही रिकॉर्ड था. उन्होंने भी पहले इसी की तैयारी की थी, लेकिन बाद में इस रणनीति को बदला गया और लोहे की जाली से घेरकर और पानी की बौछार कर फिर चिमनी को गिराया गया. इससे न तो धूल उड़ी और ना ही किसी अन्य ढांचे को कोई नुकसान पहुंचा.
11 सेकेंड में हो गयी चिमनी ध्वस्त..
टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से बताया गया कि करीब 11 सेकेंड में चिमनी ध्वस्त हो गयी. इसके लिए संबंधित अधिकारियों से सभी आवश्यक अनुमोदन और एनओसी प्राप्त कर लिये गये थे. 110 मीटर ऊंची चिमनी को गिराने के लिए जगह-जगह ड्रिल की गयी थी, जिसमें विस्फोटक लगाया गया था. इस दौरान सुरक्षा की पूरी व्यवस्था थी. योजना के मुताबिक ही चिमनी गिरी.