झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे और हंगामे के बीच वित्तमंत्री डॉ० रामेश्वर उरांव ने चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 4684.93 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। वहीं भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल, मुख्यमंत्री प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानाकर्षण सूचना की कार्यवाही बाधित रही। हालांकि दो अल्पसूचित प्रश्नों पर सरकार की ओर से सदन में उत्तर दिया गया, लेकिन शोरगुल के कारण कुछ सुना नहीं जा सका। विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को पूवार्ह्न 11 बजे शुरू होने के साथ ही मुख्य विपक्षी दल भाजपा के कई सदस्य जय श्रीराम और हर-हर महादेव का नारा लगाने लगे। भाजपा के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में भी पहुंच गये और कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग को लेकर शोर-शराबा करने लगे। जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही को अपराह्न 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
सभा की कार्यवाही पुन: शुरू होने के बाद संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने विगत 3 सितंबर को हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार आज भोजनावकाश के बाद महंगाई और उससे उत्पन्न स्थिति पर विशेष वाद-विवाद का प्रस्ताव रखा, जिसपर भाजपा सदस्यों के शोर-शराबे के बीच सहमति प्रदान कर दी गयी। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच वित्तमंत्री डॉ० उरांव ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 4684.93 करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट को पेश किया। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही को भोजनावकाश के लिए दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
झारखंड विधानसभा में जब 2 बजे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्षी दल बीजेपी ने नियोजन नीति रद्द करने की मांग की। बीजेपी विधायकों का आरोप है कि सरकार निर्णय लेकर पलट गयी है। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया नियोजन नीति पर चर्चा होनी थी। इस पर अध्यक्ष बोले आसन कमजोर नही है। डा रामेश्वर उरांव सरकार का पक्ष रख रहे हैं लेकिन विपक्षी नेता नारे लगते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।