झारखंड के धनबाद में फिर खदान धंसा है। अवैध खनन के दौरान यह हादसा हुआ है। इसमें लगभग 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है। घटना धनबाद के निरसा की है, ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिंग में आज अहले सुबह करीब पांच बजे एक बार फिर जमीन धंसी। बताया जाता है कि बंगाल बिहार धौड़ा की पूरब दिशा में जमीन कंपन करते हुए तेज आवाज के साथ दो सौ मीटर के दायरे में करीब पांच फीट नीचे तक धंस गई। हादसे के बाद इलाके की सड़कों पर कई स्थानों पर दरारें पड़ गई है।
बताया जा रहा है कि जो मजदूर दबे हैं वो स्थानीय नहीं हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल के आसनसोल से ज्यादा पैसे का लालच देकर काम पर रखा जाता था। हालांकि लोगों के दबने की पुष्टि नहीं की गई है।
अवैध खनन की वजह से 100 मीटर के दायरे में धंसान हुआ है और सड़कों पर बड़ी- बड़ी दरारें भी नजर आ रही है। धौड़ा इलाके से कुछ ही दूरी पर यह हादसा हुआ है। पूरे रास्ते में चौड़ी-चौड़ी दरारें हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक घटना को ढाई घंटे बीतने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। अब तक किसी को बाहर नहीं निकाला जा सका है।
थाना प्रभारी बोले- कोई नहीं दबा, केवल अफवाह उड़ाई गई..
इधर, निरसा के थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव का कहना है कि कापासारा में सिर्फ जमीन धंसी है। किसी के मरने की बात गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गलत अफवाह उड़ा रहे हैं। इलाके का मुआयना किया जा रहा है।
अवैध खनन कई सालों से जारी है..
धनबाद में पिछले कुछ वर्षों से कोयला चोरी व अवैध खनन का खेल चलता रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे राज्य में कोयला, बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने का निर्देश दिया था। लगभग 15-20 से अधिक फैक्ट्रियों में रात के अंधेरे में गोपनीय रूप से यह धंधा संगठित गिरोह द्वारा बदस्तूर जारी रखा गया है। सूत्रों के अनुसार, निरसा क्षेत्र की चापापुर आउटसोर्सिंग, कांटा वन स्थित अवैध खनन स्थल, राजा कोलियरी, हड़ियाजाम, बैजना, खुसरी, खुदिया, फटका, श्यामपुर पहाड़ी, हाथबाड़ी, आमडांगा, सोनबाद व रामकनाली के समीप अवैध खनन स्थल से कोयला रात के अंधेरे में साइकिल, स्कूटर, ट्रैक्टर के माध्यम से चिह्नित फैक्ट्री तक भेजा जाता है।