झारखंड की पहली 8 लेन सड़क, जो झारखंड मोड़ के पास स्थित है, शुक्रवार को धंस गई, लेकिन सौभाग्य से इस हादसे में किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई. लोगों का मानना है कि यह घटना बड़ी दुर्घटना में तब्दील हो सकती थी, लेकिन सही समय पर लोगों को सचेत होने का मौका मिल गया. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और देखते ही देखते घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई.
सड़क पर हल्की बारिश के दौरान हुई घटना
यह घटना उस वक्त हुई जब इलाके में हल्की बारिश हो रही थी. बारिश के बीच सड़क के एक हिस्से में अचानक दरारें पड़ गईं और सड़क का कुछ हिस्सा धंस गया. आसपास के लोग इस घटना से काफी हैरान हो गए, क्योंकि यह सड़क झारखंड की सबसे बड़ी और पहली 8 लेन सड़क है. इस सड़क पर तेज रफ्तार से वाहन चलाना आम बात है, लेकिन शुक्र है कि घटना के वक्त वहां कोई वाहन मौजूद नहीं था. एक तस्वीर में दिखाई देता है कि जैसे ही सड़क धंसी, वहां से एक कार गुज़र रही थी. लेकिन मौके पर इकट्ठी भीड़ और सड़क की हालत देखकर कार चालक ने स्थिति को भांपते हुए कार वापस मोड़ ली. ऐसे में यह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया.
झारखंड के मुख्यमंत्री ने किया था हाल ही में उद्घाटन
कुछ दिन पहले ही इस 8 लेन सड़क का उद्घाटन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था. यह सड़क झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्मित है और इसका निर्माण काको चौक से बिनोद बिहारी चौक होते हुए गोल बिल्डिंग तक किया गया है. इसका उद्घाटन रांची में आयोजित एक समारोह में किया गया था, जिसे ऑनलाइन माध्यम से जनता को समर्पित किया गया था. उद्घाटन के बाद उम्मीद थी कि यह सड़क राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को नई पहचान देगी, लेकिन अचानक हुए इस हादसे ने इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
लोगों में चिंता का माहौल, गुणवत्ता पर उठे सवाल
झारखंड मोड़ के पास सड़क के धंसने की घटना ने लोगों के मन में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय निवासियों का मानना है कि सड़क निर्माण में ठोस सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया होगा, तभी कुछ ही समय बाद यह सड़क धंस गई. एक तरफ जहां यह सड़क धनबाद और झारखंड के अन्य हिस्सों को जोड़ने का काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर इसकी निर्माण गुणवत्ता पर लोगों में रोष है.
प्रशासन की तरफ से कार्रवाई का भरोसा
इस घटना के बाद प्रशासन ने इलाके में बैरिकेडिंग कर दी है और वाहनों के लिए सड़क को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सड़क की गुणवत्ता और उसके निर्माण में हुई खामियों की जांच की जाएगी. साथ ही सड़क को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए इंजीनियरों की टीम को मौके पर भेजा गया है.