रांची : रिम्स में भर्ती ब्लैक फंगस की मरीज उषा देवी का गुरुवार को सफल ऑपरेशन किया गया। विभिन्न विभागों के आठ डॉक्टरों की टीम ने इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। करीब 4 घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन में मरीज के मुंह का ऊपरी जबड़ा, नाक की हड्डी और बाएं आंख निकालनी पड़ी। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज का हीमोग्लोबिन भी काफी कम था। ऑपरेशन के समय हिमोग्लोबिन की मात्रा सिर्फ 6 थी, इसके बाद ही भारी जोखिम उठाकर महिला का ऑपरेशन किया गया। फिलहाल मरीज को कार्डियोलॉजी विभाग की आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनकी लगातार निगरानी रखी जा रही है।
मरीज के निकाले गए जबड़े और आंख की जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग को दे दिया गया है। जहां पर इसकी जांच कर पता लगाया जाएगा कि इसमें संक्रमण की क्या स्थिति और इसके फैलने की संभावना कितने प्रतिशत पर थी। ऑपरेशन के बाद निकाले गए अंगों को परिजनों को सौंपा गया और उन्हें इसे माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच करने के लिए जमा करने को कहा गया। मरीज के पुत्र ने बताया कि 2 डिब्बों में अंग बंद कर उन्हें दिया गया और उसे जमा कर जांच कराने को कहा। इसके बाद उनलोगों ने हाथ में ही दोनों डिब्बा लेकर उसे जमा किया।
बता दें कि मरीज के लिए परिजनों ने रिम्स में धरना दिया था और सरकार से मरीज के लिए इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसको लेकर उच्च न्यायालय ने रिम्स प्रबंधन को फटकार लगाई। जिसके बाद रिम्स प्रबंधन के तुरंत ही ईएनटी की विभागाध्यक्ष डॉक्टर सी॰के बिरवा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। ऑपरेशन को लेकर रिम्स के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर डीके सिन्हा ने बताया कि लगभग 4 घंटे के इस जटिल ऑपरेशन में कई समस्याएं आई लेकिन डॉक्टरों के सूझबूझ से सफल ऑपरेशन किया गया और फिलहाल मरीज को डॉक्टरों की निगरानी में आईसीयू में रखा गया।