पटना से टाटा जा रही 20894 पटना-टाटा वंदे भारत एक्सप्रेस पर बुधवार शाम पथराव की घटना हुई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. ट्रेन की तेज रफ्तार के दौरान हुए इस पथराव से सी-2 और सी-5 कोच की खिड़कियों को नुकसान पहुंचा. सी-2 कोच की 43 और 44 नंबर की खिड़कियों का शीशा टूट गया, जबकि सी-5 कोच की खिड़की का शीशा भी पथराव से क्षतिग्रस्त हो गया. यह घटना धनबाद रेल मंडल के गया और कोडरमा स्टेशन के बीच यदुग्राम और शर्माटांड़ स्टेशन के पास घटी.
यात्रियों में मचा हड़कंप
वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक यात्री ने बताया कि यह घटना शाम लगभग चार से साढ़े चार बजे के बीच हुई. जब अचानक पत्थरबाजी शुरू हुई तो तेज आवाज के साथ पत्थर खिड़कियों से टकराए, जिससे वहां बैठे यात्रियों में दहशत फैल गई. इस अप्रत्याशित हमले के बाद यात्री इधर-उधर भागने लगे और कुछ लोग सीटों के नीचे छिप गए. यात्रियों ने इस दौरान काफी डर और असुरक्षा महसूस की, लेकिन ट्रेन रुकी नहीं और अपनी यात्रा जारी रखी.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ हो. इससे पहले 10 सितंबर को टाटा से पटना के बीच ट्रायल रन के दौरान भी इसी ट्रेन पर पथराव की घटना हुई थी. उस समय ट्रेन को धनबाद रेल मंडल के टनकुप्पा और बंधुआ स्टेशन के बीच कुछ देर के लिए रोकना पड़ा था, क्योंकि तेज रफ्तार से चल रही ट्रेन पर पथराव हुआ था, जिससे एक कोच की खिड़की का शीशा टूट गया था. बाद में पटना पहुंचने पर ट्रेन के क्षतिग्रस्त शीशे को ठीक किया गया, जिससे ट्रायल रन में विलंब हुआ था.
आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने तत्काल एक्शन लिया. आरपीएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आसपास के क्षेत्रों में सघन जांच अभियान शुरू किया. वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त, धनबाद, अनुराग मीणा ने बताया कि इस बार पथराव की घटना एक नई जगह पर हुई है. इससे पहले आरपीएफ ने स्टोन पेल्टिंग को रोकने के लिए चयनित स्थलों पर अभियान चलाया था, लेकिन इस नई घटना के बाद आरपीएफ ने अब और सघन जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है.
जागरूकता अभियान चलाने की योजना
आरपीएफ ने कहा कि अब वे गांवों के बच्चों और युवाओं को जागरूक करेंगे ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों. स्थानीय प्रतिनिधियों और मुखिया से भी बातचीत की जाएगी, ताकि वे अपने क्षेत्रों में इस तरह की गतिविधियों को रोकने में सहयोग करें. यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ ट्रेन की सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन पथराव जैसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दे रहा है.