झारखंड में इस साल मैट्रिक और इंटर के टॉपर छात्रों को कार नहीं मिल पाएगा। राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने पिछले साल टॉपर स्टूडेंट्स को अल्टो कार गिफ्ट किया और इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अगले साल से वे टॉपरों की पढ़ाई का पूरा खर्चा वहन करेंगे।लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा। दरअसल लाख कोशिशों के बाद भी इस बार कोरोना के कारण मैट्रिक और इंटर का परीक्षा नहीं हो सका। सरकार के आदेश पर गठित एक कमिटी राज्य के मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों के पिछले परीक्षा के आधार पर परिणाम जारी करेगा।इस बार CBSE भी टॉपर स्टूडेंट्स के नामों की घोषणा नहीं कर पाएगा। सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि छात्रों की सेहत का ध्यान रखते हुए परीक्षाएं रद्द की गई हैं।
वहीं इस बार परीक्षा में फेल रहने वाले छात्रों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। मिली जानकारी के अनुसार जब मुख्य परीक्षा ही नहीं हो सकी तो कंपार्टमेंटल परीक्षा का आयोजन कैसे हो सकता है। ऐसे स्टूडेंट्स जो इस साल परीक्षा में फेल होंगे उन्हें अगले साल तक का इंतजार करना होगा। परीक्षा के आयोजन का फिलहाल कोई विकल्प शिक्षा विभाग के पास नहीं है। ऐसे में छात्रों के पास इंतजार के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। वहीं अगर किसी छात्र को अपने परिणाम पर संतोष नहीं है तो वह दावा कर सकता है लेकिन इसका समाधान फिलहाल नहीं है । यह आने वाले समय में ही पता चल पाएगा। वहीं स्वतंत्र परीक्षार्थियों के पास भी इस साल इंतजार के अलावा और कोई चारा नहीं है।