अब राज्य की राजधानी रांची में स्मार्ट बसें दौड़ेंगी। रांची के नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे की अध्यक्षता में आयोजित स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की 15वीं बैठक के दौरान ये निर्णय लिया गया। नगर विकास सचिव का कहना है की देश में सरकार का ज़ोर सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने का है। ऐसे में रांची में बस का परिचालन सार्वजनिक निजी भागीदारी से किया जाएगा एवं इसके आने वाले खर्च, परिचालन व मॉनिटरिंग का कार्य रांची स्मार्ट सिटी के द्वारा किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री की मुहर लगने के बाद टेंडर की प्रक्रिया होगी।
स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार ने डीजल, सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसों की जानकारी देते हुए कहा की इलेक्ट्रिक बसों में एक बार खर्च होगा लेकिन इसके रख रखाव में ज़्यादा खर्च नहीं आएगा वहीं डीज़ल बस खरीदने में भले ही खर्च काम आये लेकिन इसके रख रखाव में बहुत पैसे लगेंगे। इस पर विभागीय सचिव और स्मार्ट सिटी सीएमडी का कहना है कि हमें बस खरीदने पर खर्च नहीं करना है, हम ऐसा प्रस्ताव तैयार करें कि ऑपरेटर ही बस की खरीददारी करे।
रांची के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने सीएमडी से अनुरोध किया है कि हम पीपीपी मोड से ही डीजल की जगह सीएनजी या इलेक्ट्रिक बस चला सकते हैं, जिससे प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। नगर आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सीईओ को सचिव द्वारा निर्देश दिया गया कि जो संभव हो उसे जल्द से जल्द धरातल पर उतारने का प्रयास करें।
आपको बता दें कि सूडा के सहायक निदेशक विनीत कुमार के नेतृत्व में पिछले हफ्ते चार सदस्य की टीम ने मध्यप्रदेश के इंदौर शहर का दौरा किया था। टीम ने वहां संचालित सिटी बसों के मॉडल, क्रियान्वयन और संचालन मॉडल की जानकारी ली थी.