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रक्षाबंधन पर बहनों को मिलेगी “मंईयां सम्मान योजना” की राशि….

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की योजना ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ के तहत रक्षाबंधन के मौके पर झारखंड की महिलाओं को बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. इस योजना के तहत, सरकार राज्य की 48 लाख महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी. योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके खातों में सीधे पैसे जमा करना है. इस योजना के तहत अब तक 29 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, और इस संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है.

योजना का उद्देश्य और प्रक्रिया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना का शुभारंभ किया है, जिसमें 21 से 49 आयु वर्ग की महिलाओं को योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है. प्रत्येक लाभार्थी महिला के खाते में हर महीने 1,000 रुपये की राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी. इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और त्वरितता सुनिश्चित करने के लिए हर महीने की 15 तारीख को पैसे भेजे जाएंगे. इस महीने, राखी के दिन भी ये राशि महिलाओं के खातों में पहुंचाई जाएगी, जो कि एक खास तोहफा होगा.

महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण योजना

इस योजना के तहत, सरकार का लक्ष्य राज्य की 48 लाख महिलाओं को लाभान्वित करना है. अब तक 29 लाख महिलाओं ने इस योजना के तहत आवेदन किया है. यह योजना खासकर उन महिलाओं के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उन्हें किसी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा की जरूरत है. योजना के अंतर्गत प्रत्येक महिला को एक साल में कुल 12,000 रुपये की सहायता मिलेगी.

योजना के लाभ

यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी बल्कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान करेगी. सरकार ने इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया है. जिन महिलाओं के पास बैंक खाते नहीं हैं, उनके खाते खुलवाए जा रहे हैं और उन्हें इस योजना से जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस तरह की और योजनाएं भी लाने की तैयारी कर रही है.

योजना का विस्तार

राज्य सरकार ने योजना को व्यापक स्तर पर लागू करने के लिए प्रशासनिक तंत्र को सक्रिय कर दिया है. राज्य के सभी जिलों में इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकें. इसके अलावा, योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को आधार कार्ड और बैंक खाता अनिवार्य रूप से रखना होगा. योजना के अंतर्गत उन महिलाओं को भी शामिल किया गया है, जिनके पास पहले से किसी योजना का लाभ नहीं था.

महिलाओं के खातों में राशि का हस्तांतरण

हर महीने की 15 तारीख को महिलाओं के खातों में यह राशि ट्रांसफर की जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह भी घोषणा की है कि जिन महिलाओं के खाते में पैसे भेजे जाएंगे, उन्हें सरकार की ओर से समय-समय पर जानकारी भी दी जाएगी.

योजना की समीक्षा और आगे की योजनाएं

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस योजना की समय-समय पर समीक्षा की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा है. इसके अलावा, सरकार महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए अन्य योजनाओं पर भी काम कर रही है, जिसमें स्वरोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाएं शामिल हैं.

रक्षाबंधन का विशेष महत्व

इस योजना की शुरुआत रक्षाबंधन के अवसर पर की गई है, जो भाई-बहन के प्यार और सम्मान का प्रतीक है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे एक खास तोहफा करार दिया है, जिससे महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी और वे समाज में अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो सकेंगी.

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