देवघर: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों को लेकर बाबा मंदिर के महंत सह सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा ने प्रशासन और पुरोहित समाज से समन्वय के साथ व्यवस्था सुधारने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला सिर्फ देवघर ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड की धार्मिक पहचान है और हर साल लाखों की संख्या में कांवरिए यहां बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण करने पहुंचते हैं।
वर्षों पुरानी परंपरा, भीड़ के अनुसार व्यवस्था ज़रूरी
सरदार पंडा ने कहा कि बाबा मंदिर में भीड़ हर साल बढ़ रही है। यह आस्था का प्रमाण है, लेकिन भीड़ के अनुपात में सुविधाओं और व्यवस्था में सुधार आवश्यक है। उन्होंने सुझाव दिया कि मंदिर का पट खोलने और बंद करने का समय निर्धारित होना चाहिए, ताकि पूजा-पाठ की व्यवस्था नियमित और नियंत्रित रह सके।
वायरल वीडियो से बिगड़ी छवि
गुलाबनंद ओझा ने सोशल मीडिया पर वायरल उस वीडियो पर भी चिंता जताई, जिसमें प्रशासनिक भवन से कथित तौर पर आम लोगों को VIP एंट्री कराई जा रही थी। उन्होंने इसे मंदिर प्रशासन, पुरोहित समाज और पुलिस की छवि धूमिल करने वाला बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रशासनिक भवन के ऊपरी तल पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती हो, जो सूचीबद्ध VIP को ही प्रवेश की अनुमति दें।
DC को स्थानीय सहयोग की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि वर्तमान DC नए हैं, उन्हें मेले की ज़मीनी स्थिति की पूरी जानकारी नहीं हो सकती। ऐसे में पंडा समाज और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को उनके साथ मिलकर काम करना चाहिए, ताकि समन्वय बना रहे और आयोजन सफल हो।
आपातकालीन नंबर और मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था हो
सरदार पंडा ने कहा कि बिजली, पानी, मेडिकल और सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत किया जाए। साथ ही मेला परिसर और मंदिर क्षेत्र में आपातकालीन संपर्क नंबर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किए जाएं, ताकि ज़रूरत के समय श्रद्धालुओं को सहायता मिल सके।
एकजुट प्रयास से ही होगा सफल आयोजन
उन्होंने अंत में कहा कि श्रावणी मेला का सफल आयोजन तभी संभव है, जब सभी विभाग, पुरोहित समाज और प्रशासन मिलकर काम करें। बाबा की कृपा सब पर बनी रहे, इसके लिए व्यवस्थागत मजबूती भी आवश्यक है।