श्रावणी मेले का शुभारंभ, अरघा से होगा जलार्पण, फ्लाईओवर का ऐलान

देवघर, झारखंड: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 का शुभारंभ बिहार-झारखंड सीमा दुम्मा में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुआ। इस अवसर पर झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका सिंह पांडेय और श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव उपस्थित रहे। लाखों कांवरियों की आस्था का प्रतीक यह मेला एक माह तक चलेगा, जिसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और जलार्पण की अत्याधुनिक व्यवस्था की है।

दुम्मा से बाबा मंदिर तक बनेगा कांवरिया फ्लाईओवर

पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा, “कांवरियों की सेवा शिव की सेवा है। आने वाले समय में दुम्मा से बैद्यनाथ मंदिर तक कांवरिया फ्लाईओवर बनाया जाएगा, जिससे भक्तों को सड़क पार नहीं करनी पड़ेगी। यह कार्य अगले मेले तक पूरा हो जाएगा।”

इस मौके पर देवघर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग और कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।

सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम

मेला क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की है:

  • 90 ड्रॉप गेट, 627 रोड बैरियर, 25 मोर्चों पर बैरिकेडिंग

  • 50 डीएसपी, 1000 से अधिक इंस्पेक्टर व जवान तैनात

  • AI आधारित 200 कैमरे, 10 ड्रोन, 730 CCTV

  • हेल्पलाइन, फेस रिकॉग्निशन, डेटाकाउंटिंग और डिजिटल पेट्रोलिंग सक्रिय

कांवरियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं

श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहेंगी:

  • 160 डॉक्टर, 41 एंबुलेंस और 300 जरूरी दवाएं

  • पहली बार ड्रोन से ब्लड डिलीवरी की व्यवस्था

  • नकली दवाओं, मिलावटी भोजन और नशाखोरी पर सख्त एक्शन

अरघा से होगा जलार्पण, स्पर्श पूजा एक माह तक बंद

इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और भीड़ प्रबंधन के लिए बाबा बैद्यनाथ मंदिर में स्पर्श पूजा बंद करने का निर्णय लिया है। श्रद्धालु अरघा के माध्यम से ही जलार्पण कर सकेंगे।

पार्किंग और बस सेवा की विशेष सुविधा

देवघर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 8 बड़े पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं।

  • ISBT बाघमारा पार्किंग (रांची, गिरिडीह, सुल्तानगंज की ओर से आने वालों के लिए)

  • कोठिया मैदान, पॉलीटेक्निक कॉलेज, सरसा मैदान आदि

  • बाबा मंदिर के पास से ही बासुकीनाथ जाने के लिए प्रशासनिक अनुमति प्राप्त बसें मिलेंगी।

हाईटेक मेला: QR कोड और डिजिटल सुविधा

श्रावणी मेला 2025 को पूरी तरह हाईटेक और डिजिटल बनाया गया है।

  • श्रद्धालु दो अलग-अलग QR कोड स्कैन कर रूट, चिकित्सा, ठहराव, शिकायत और खोया-पाया से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

  • शिकायत के लिए ऑनलाइन पोर्टल और चैटबॉट सुविधा उपलब्ध।

मंत्री ने कही बड़ी बात

मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा, “श्रावणी मेला लाखों शिवभक्तों की आस्था का केंद्र है। सरकार हर साल इसे और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। दुम्मा से मंदिर तक फ्लाईओवर अगले मेले से पहले तैयार होगा।”

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