झारखंड पुलिस विभाग में आने वाले समय में वरिष्ठ पदों पर अधिकारियों की भारी कमी होने जा रही है. अगले महीने यानी जनवरी 2024 में झारखंड पुलिस के डीजी रैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिससे कई महत्वपूर्ण पद रिक्त हो जाएंगे. इन रिक्तियों को भरने के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात झारखंड कैडर के दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों – एमएस भाटिया और संपत मीणा को वापस बुलाने की योजना बनाई जा रही है. इनके साथ ही 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को भी डीजी रैंक में प्रोन्नत किया जाएगा.
वरिष्ठ अधिकारियों की कमी और झारखंड सरकार का पत्राचार
झारखंड पुलिस के डीजी रैंक में तीन महत्वपूर्ण पद जनवरी 2024 में खाली हो जाएंगे. इनमें डीजी रेल, डीजी मुख्यालय, और झारखंड पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के अध्यक्ष का पद शामिल है. वर्तमान में झारखंड सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय स्तर पर प्रतिनियुक्ति पर तैनात अधिकारियों की वापसी के लिए केंद्र सरकार से पत्राचार करने की योजना बना रही है. 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी एमएस भाटिया इस समय सीआरपीएफ में आईजी (एडमिन) के रूप में कार्यरत हैं, जबकि 1994 बैच की अधिकारी संपत मीणा सीबीआई में संयुक्त निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं. राज्य सरकार इन दोनों अधिकारियों की झारखंड वापसी की प्रक्रिया को तेज करने में लगी है.
डीजी रैंक में होंगे तीन प्रोन्नतियां
एमएस भाटिया और संपत मीणा के साथ ही 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को भी डीजी रैंक में प्रोन्नत किया जाएगा. तदाशा मिश्रा वर्तमान में झारखंड कैडर में कार्यरत हैं और उनके प्रमोशन की प्रक्रिया भी जल्द पूरी होने की संभावना है.
सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त होंगे कई महत्वपूर्ण पद
झारखंड पुलिस में जनवरी 2024 में डीजी रैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारियों – अजय कुमार सिंह, आरके मल्लिक, और मुरारी लाल मीणा की सेवानिवृत्ति के बाद कई महत्वपूर्ण पद रिक्त हो जाएंगे.
• अजय कुमार सिंह: झारखंड पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक.
• आरके मल्लिक: डीजी मुख्यालय.
• मुरारी लाल मीणा: डीजी रेल.
इनके अलावा, झारखंड पुलिस में आईजी रैंक के अधिकारी राजकुमार लकड़ा भी जनवरी 2024 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे. वे वर्तमान में आईजी जैप के पद पर तैनात हैं.
अतिरिक्त प्रभार से चलाए जाएंगे विभाग
इन वरिष्ठ अधिकारियों की सेवानिवृत्ति के बाद झारखंड पुलिस में महत्वपूर्ण पदों की कमी हो जाएगी. ऐसे में झारखंड पुलिस के पास अस्थाई व्यवस्था के रूप में इन पदों का प्रभार अन्य अधिकारियों को सौंपने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
डीजीपी और एसीबी के डीजी का पद पहले से प्रभार में
झारखंड पुलिस के डीजीपी का पद पहले से ही अतिरिक्त प्रभार में है. डीजी एसीबी का पद भी इसी स्थिति में है. वर्तमान में राज्य सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता के पास डीजीपी और एसीबी के डीजी का प्रभार है.
वरिष्ठ अधिकारियों की वापसी से होगी कमी पूरी
झारखंड पुलिस विभाग को उम्मीद है कि एमएस भाटिया और संपत मीणा जैसे अनुभवी अधिकारियों की झारखंड वापसी से वरिष्ठ पदों की कमी को काफी हद तक पूरा किया जा सकेगा. दोनों अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अपनी सेवाएं देते हुए महत्वपूर्ण अनुभव हासिल कर चुके हैं, जो राज्य पुलिस के लिए उपयोगी साबित होगा.