झारखंड के शिक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं. एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली (यूडायस) प्लस 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 199 स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ है. लेकिन इन स्कूलों में 398 शिक्षक तैनात हैं. ये सभी शिक्षक बिना किसी पठन-पाठन के वेतन प्राप्त कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुख्य आंकड़े
झारखंड में कुल 44,475 स्कूल हैं. इनमें से 199 स्कूल ऐसे हैं जहां छात्रों का नामांकन शून्य है. हालांकि यह संख्या कुल स्कूलों का 1% से भी कम है, लेकिन ऐसे स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति सवाल खड़े करती है.
• छोटे स्कूलों की संख्या: राज्य में 1.8% स्कूलों में केवल 10 या उससे कम बच्चों का नामांकन है.
• 20 से कम छात्रों वाले स्कूल: ऐसे स्कूलों की संख्या 6.8% है.
• सिर्फ एक शिक्षक वाले स्कूल: राज्य में 8,353 स्कूल ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक हैं. इनमें 4,10,199 बच्चे नामांकित हैं.
• झारखंड में औसतन प्रत्येक स्कूल में पांच शिक्षक हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत सात है.
• झारखंड के स्कूलों में औसतन 161 बच्चों का नामांकन होता है. यह संख्या राष्ट्रीय औसत 169 से थोड़ी कम है.
• राज्य में छात्र-शिक्षक अनुपात (पीटीआर) 35 है.
नामांकन के आंकड़े
रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के स्कूलों में बच्चों के नामांकन का प्रतिशत अलग-अलग है.
• 10 या इससे कम बच्चों वाले स्कूल: 1.8%
• 11-20 बच्चों वाले स्कूल: 5.0%
• 21-30 बच्चों वाले स्कूल: 8.3%
• 31-40 बच्चों वाले स्कूल: 10.0%
• 41-50 बच्चों वाले स्कूल: 8.8%
शिक्षा नीति और रिपोर्टिंग प्रक्रिया
यह रिपोर्ट हर साल स्कूलों द्वारा फीड किए गए आंकड़ों के आधार पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है. इस साल रिपोर्ट को राष्ट्रीय शिक्षा नीति और सामान्य शिक्षा के आधार पर अलग-अलग तैयार किया गया है.
जमशेदपुर: शिक्षकों की प्रोन्नति और स्थानांतरण प्रक्रिया
जमशेदपुर जिला शिक्षा विभाग ने ग्रेड फोर में प्रोन्नत होने वाले 295 शिक्षकों की सूची जारी कर दी है. यह सूची जिला प्रशासन की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
स्थानांतरण की प्रक्रिया:
इन शिक्षकों का स्थानांतरण 11 जनवरी को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में आयोजित काउंसिलिंग के माध्यम से होगा.
काउंसिलिंग का समय:
• स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान शिक्षकों के लिए सुबह 10 से 12 बजे.
• स्नातक प्रशिक्षित कला शिक्षकों के लिए दोपहर 12 से 3 बजे.
• स्नातक प्रशिक्षित भाषा और उर्दू शिक्षकों के लिए शाम 4 बजे.
रिक्तियों की सूची:
वेबसाइट पर स्कूलों में संकायवार रिक्तियों की सूची भी अपलोड की गई है. शिक्षकों का स्थानांतरण इन्हीं रिक्तियों के आधार पर किया जाएगा.
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
रिपोर्ट से साफ है कि झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की सख्त जरूरत है. जहां एक तरफ बिना छात्रों वाले स्कूलों में शिक्षक तैनात हैं, वहीं दूसरी तरफ कई स्कूलों में केवल एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई हो रही है.