रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग की सातवीं संयुक्त सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा रविवार को संपन्न हो गई। राज्य के जिला मुख्यालयों में बनाए गए 1,102 केंद्रों पर दो पालियों में हुई इस परीक्षा में 65 से 67 प्रतिशत उपस्थिति रही। पहली पाली में जहां लगभग 67 प्रतिशत उपस्थिति रही, वहीं दूसरी पाली में लगभग 65 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इसी कड़ी में हजारीबाग के लोकनायक जयप्रकाश नारायण सेंट्रल जेल में बंद 5 बंदी भी इस परीक्षा में शामिल हुए। पुलिस सुरक्षा के बीच इन पांचों बंदियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दिया। बता दें कि चार सिविल सेवा की परीक्षा एक साथ ली जा रही है। आयोग ने इस प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 3,69,327 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए थे। आयोग के अनुसार, पूरी परीक्षा शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित हुई है।
प्रारंभिक परीक्षा कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए हुई। सभी परीक्षा केंद्रों पर थर्मल गन से तापमान की जांच कर परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक हुई पहली पाली में सामान्य अध्ययन विषय के पहले पत्र की परीक्षा हुई। वहीं, अपराह्न दो से चार बजे तक की दूसरी पाली की परीक्षा में सामान्य अध्ययन विषय के ही दूसरे पत्र की परीक्षा ली गई। दो-दो घंटे की अवधि की परीक्षा में प्रत्येक पत्र में सौ-सौ वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक प्रश्न दो अंकों के थे।
इस प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम अक्टूबर-नवंबर में आने की उम्मीद है। कुल 252 पदों के लगभग 15 गुना अभ्यर्थियों का चयन इस परीक्षा के माध्यम से मुख्य परीक्षा के लिए किया जाएगा। बता दें कि सातवीं संयुक्त सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा चार वर्षों 2017, 2018, 2019 तथा 2020 के लिए एक साथ हुई है। इस तरह, प्रारंभिक परीक्षा राज्य में पांच वर्षों बाद हुई है।