रांची, 3 अगस्त 2025 | झारखंड ने अपने प्रख्यात और सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह को खो दिया। लंबे समय से बीमार चल रहे हरिनारायण सिंह का रविवार दोपहर लगभग 12 बजे रांची के सैमफोर्ड अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पत्रकारिता जगत के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भी गहरा शोक फैल गया। राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके योगदान को अमूल्य बताया।
पत्रकारिता का एक युग समाप्त
वर्तमान में आजाद सिपाही समाचार पत्र के प्रधान संपादक रहे हरिनारायण सिंह अपनी निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने जनहित, सामाजिक सरोकार और पत्रकारिता के उच्च मानदंडों को हमेशा अपनी लेखनी के केंद्र में रखा। उनकी संपादकीय टिप्पणियों और लेखों ने कई सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर बहस छेड़ी और जनजागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई।
करियर और योगदान
हरिनारायण सिंह ने झारखंड के दो प्रमुख अखबारों को विशिष्ट पहचान दिलाई।
- प्रभात खबर में हरिवंश सिंह के साथ मिलकर अखबार को नई पहचान दिलाई।
- हिंदुस्तान अखबार को झारखंड में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।
सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी अपनी अलग पहचान बनाई।
वे न केवल एक पत्रकार बल्कि कई युवा पत्रकारों के मार्गदर्शक भी थे। उन्होंने नए पत्रकारों को पत्रकारिता के मूल्यों और नैतिकता का महत्व समझाया।
अंतिम यात्रा
उनका पार्थिव शरीर कोकर स्थित आवास से रांची प्रेस क्लब लाया गया, जहां पत्रकार समुदाय और राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद हरमू मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। रांची प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, कांग्रेस नेता बंधु तिर्की सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
प्रेरणा के स्रोत
उनके सहयोगियों का कहना है कि हरिनारायण सिंह का जाना पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी लेखनी, विचारधारा और पत्रकारिता के मूल्य भावी पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।