रांची में साइकिल फॉर चेंज चैलेंज प्रतिस्पर्धा हेतु इन तीन मार्गों का चयन..

केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे साइकिल फॉर चेंज चैलेंज और स्ट्रीट फॉर पीपुल प्रतिस्पर्धा के तहत राजधानी रांची के तीन महत्वपूर्ण मार्गों का चयन किया गया है। इसमें बिरसा चौक से प्रोजेक्ट भवन, बिरसा चौक से राजेन्द्र चौक और बिरसा चौक से कांके रोड वाया हरमू बाइपास की सड़क शामिल है। मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन स्थित राज्य शहरी विकास अभिकरण निदेशक कार्यालय में उक्त प्रतिस्पर्धा हेतु बुलाई गई बैटक में रांची स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दी। अब इस प्रतिस्पर्द्धा के लिए बनी टीम ये तय करेगी कि इन तीनों मार्गों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत टेस्टिंग के लिए क्या कुछ कदम उठाए जाएं। इसके अलावा बैठक में राजधानी रांची में साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने के हेतु भी कई सुझाव दिए गए।

बैठक में दिए गये सुझाव
बैठक में आए कुछ महत्वपूर्ण सुझावों में मुख्य रूप से शहर की सड़कों के किनारे सड़कों पर मौजूद पॉटहोल्स भरे जाने की बात कही। अन्य सुझावों में कहा गया कि सड़क के किनारे अवस्थित सरकारी पार्किंग के पास थोड़ी जगह साइकिल पार्किंग के लिए भी आरक्षित हो। सरकारी भवनों के पास भी साइकिल पार्किंग का निर्माण हो। सड़कों के किनारे सेफ्टी साइनेज लगाए जाएं। ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत करने की प्रक्रिया के दौरान प्रशिक्षुओं को साइकिल चालक और पैदल चलने वाले व्यक्तियों के साथ व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जाए। विज्ञापन के माध्यम से सड़कों पर साइकिल और पैदल चलने वाले नागरिकों को सम्मान का बोध कराया जाए।

साइकिल ट्रैक होंने चिन्हित
रांची स्मार्ट सिटी के सीईओ सह राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार ने साइकिल ट्रैक चिन्हित किया जाने की बात कही| उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मोरहाबादी इलाके में भी साइकिल के लिए ट्रैक चिन्हित होना चाहिए। ये कार्य एक सर्किट के रूप में होना चाहिए जिससे साइकिल प्रेमियों को राहत मिले और शहर में साइकिल की संस्कृति विकसित होगी।

साइकिल चलाने वालों की संख्या में हुई है बढ़ोतरी
रांची के साइकिल मेयर कनिष्क पोद्दार ने कहा कि पब्लिक बाइसाइकिल शेयरिंग सिस्टम की शुरूआत होने से पिछले दो सालों में साइकिल चालकों की संख्या बढ़ी है। साइकिल की संस्कृति पहले से काफी विकसित हुई है लेकिन इसे और भी आगे ले जाने की जरूरत है। गौरतलब है कि पूर्व में इस प्रतिस्पर्द्धा की मदद से लोगों में साइकिल के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा चुके हैं। दूसरी तरफ साइकिल चलाने में होने वाली प्रमुख कठिनाइयों को लेकर ऑनलाइन गूगल पेज के माध्यम से सर्वे किया गया है। इससे पहले साइकिलिंग को प्रोत्साहित करने के लिए कई साइकिल रैलियां भी निकाली जा चुकी हैं।

बैठक में मुख्य रूप से रांची स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार के साथ-साथ महाप्रबंधक राकेश कुमार नंनदक्योलियार, रांची के साइकिल मेयर कनिष्क पोद्दार, साइकिल विशेषज्ञ शैलेश कृष्ण, पीआरओ अमित कुमार, प्रबंधक किशन कुमार, ट्रांसपोर्ट विशेषज्ञ चंदन भगत, आइटीडीपी से मो. फराज शामिल रहे।

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