देवघर में स्कूल बस ने मचाई तबाही: इंजीनियर की मौत, 3 दर्जन बच्चों की जान बची

देवघर, 22 जुलाई 2025 | देवघर में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया, जिसमें एक सिविल इंजीनियर की मौत हो गई और उनका बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। संत जेवियर्स स्कूल की बस, जिसमें तीन दर्जन से अधिक बच्चे सवार थे, तेज रफ्तार में बेकाबू हो गई और कई गाड़ियों को रौंदते हुए आखिरकार रुक पाई। बस को खलासी चला रहा था, जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं था।

स्कूटी, टोटो और कार को रौंदा, फिर रुकी बस

घटना नगर थाना क्षेत्र के कास्टर टाउन स्थित पुल के पास की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तेज रफ्तार स्कूल बस ने सड़क किनारे खड़ी एक स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। स्कूटी पर सवार 37 वर्षीय आलोक कुमार और उनका 4 वर्षीय बेटा अर्पण आनंद सवार थे। बस स्कूटी को घसीटते हुए आगे ले गई। इसके बाद बस ने एक टोटो को भी टक्कर मारी, जिससे टोटो के परखच्चे उड़ गए।

बेकाबू बस आगे बढ़ती रही और सामने से आ रही एक कार को भी टक्कर मार दी। अंततः बस एक बड़े नाले के ठीक पास जाकर रुक गई। अगर बस नाले में गिर जाती तो उसमें सवार 3 दर्जन से अधिक बच्चों की जान पर बन आती और हादसा और भयावह हो सकता था।

इंजीनियर की मौत, बच्चे का इलाज जारी

स्कूटी सवार आलोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। वह देवघर के करनीबाद मोहल्ले के निवासी और पेशे से सिविल इंजीनियर थे। रोज की तरह वे अपने बेटे को स्कूल छोड़ने निकले थे। हादसे में उनका चार साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

खलासी चला रहा था स्कूल बस

हादसे के बाद स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और बस में तोड़फोड़ कर चालक को पकड़ लिया। हैरान करने वाली बात यह सामने आई कि बस को स्कूल का खलासी चला रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चालक की लापरवाही और स्कूल प्रबंधन की गैरजिम्मेदारी ने यह हादसा कराया।

“अगर बस नाले में गिर जाती तो…”

बस जिस जगह रुकी वहां से महज कुछ कदम की दूरी पर एक गहरा नाला है। लोग कह रहे हैं कि अगर बस नाले में गिर जाती तो सावन के महीने में देवघर मातम में डूब जाता। गनीमत रही कि बच्चों को किसी तरह की चोट नहीं आई और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

लोगों में गुस्सा, स्कूल प्रशासन पर सवाल

घटना के बाद गुस्साए लोगों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का आरोप है कि स्कूल बसों के संचालन में बड़े स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। नाबालिग या बिना लाइसेंस वाले कर्मचारियों को बस सौंपना बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ है।

पुलिस ने की कार्रवाई, जांच जारी

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बस को कब्जे में ले लिया और चालक को हिरासत में ले लिया है। एसपी ने कहा कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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