Jharkhand: छात्रों को छात्रवृत्ति देने के लिए विभाग के पास पैसे नहीं हैं। रांची जिले के 52 हजार एससी-एसटी- अल्पसंख्यक और पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि पैसे के अभाव में लटक गई हैं। जिले के 80 हजार छात्र-छात्राओं को इस योजना की राशि का भुगतान हो चुका हैं। इसके लिए 132 करोड़ रुपये की राशि छात्रों के खाते में आवंटित की जा चुकी है। लेकिन 52 हजार छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति पैसे के इंतजार में अटकी हुई है।
छात्रवृत्ति लंबित पडी है..
सत्र 2022-2023 में एससी-एसटी- अल्पसंख्यक और पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए जिला कल्याण विभाग में एक लाख 32 हजार छात्र- छात्राओं का निबंधन हुआ था। हालांकि छात्रवृत्ति की प्रक्रिया भी विलंब से मार्च 2023 में शुरू हुई थी। इस सत्र की सभी प्रक्रिया इस वर्ष जुलाई तक समाप्त हो जानी थी। परंतु राशि खाते में नहीं होने के कारण अब तक यह छात्रवृत्ति लंबित पडी है।
2022-2023 की छात्रवृत्ति भी है अधूरी..
पिछले सत्र की पूरी प्रक्रिया समाप्त नहीं होने के बाद ही नये सत्र के लिए छात्रवृत्ति की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। अब चूंकि सत्र 2022-2023 की छात्रवृत्ति की ही प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है इसलिए नए सत्र 2023 2024 की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं। नए सत्र के लिए प्रक्रिया जून-जुलाई माह में शुरू हो जानी थी। परंतु नये सत्र के छात्रों के छात्रवृति भुगतान के लिए आवेदन सहित अन्य विभागीय प्रक्रिया भी अभी तक अधर में लटकी हुई हैं।
सरकार की तरफ से भुगतान रहेगा स्थगित..
जिले से 1 लाख 35 हजार 879 छात्रों ने निबंधन कराया था। इसमें 1 लाख 18 हजार 938 छात्रों के आवेदन की जांच हुई और 1 लाख 12 हजार 629 छात्रों के आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई। इसके लिए 1 अरब 22 करोड़ 83 लाख 31 हजार 687 रुपये की राशि का भुगतान हुआ। रांची की जिला कल्याण पदाधिकारी संगीता शरण ने कहा कि छात्र- छात्राओं को छात्रवृत्ति की राशि के भुगतान की प्रक्रिया जारी है। वर्तमान में सरकार की तरफ से मिला आवंटन समाप्त हो गया है। जैसे ही सरकार की तरफ से राशि आवंटित होगी छात्रवृत्ति का भुगतान कर दिया जायेगा।