पलामू के श्मशान घाट पर मचा हंगामा, श्मशान भूमि पर बना पानी टंकी..

हैदरनगर के करीमनडीह गांव में श्मशान भूमि पर जल जीवन मिशन द्वारा पानी टंकी बनाए जाने से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश और चिंता है. यह श्मशान भूमि खाता संख्या 1416 और प्लाट संख्या 3973 पर स्थित है, जो कि 53 डिसमिल रकबा है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले भूमि पर पानी टंकी बनाना अनुचित है और इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए.

श्मशान भूमि पर पानी टंकी बनाने का विरोध..
हैदरनगर के परता कबरा में बन रही पानी की टंकी को लेकर स्थानीय निवासियों ने विरोध जताया है. इस भूमि को सैकड़ों वर्षों से दाह संस्कार और मृत बच्चों के दफनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. यह श्मशान घाट हैदरनगर पूर्वी पंचायत के बाजार, शुक्रबजार, गंजपर, बगइचापर, कोइरियाडीह और बभांडी के लोगों के लिए एकमात्र श्मशान घाट है. पानी की टंकी बनने से इस श्मशान घाट पर दाह संस्कार और बच्चों को दफनाने के लिए कोई स्थान नहीं बचेगा. यह निर्माण धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं के खिलाफ है, जिससे स्थानीय लोग नाराज हैं.लोगों का सवाल है कि श्मशान की भूमि पर पानी की टंकी बनाने की अनुमति किस अधिकारी ने दी और यह भूमि पानी टंकी के निर्माण के लिए कैसे आवंटित की गई. इस निर्णय की जांच होनी चाहिए और आवश्यक एनओसी जारी करने वाले की पहचान की जानी चाहिए.स्थानीय निवासियों ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई है और इस निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की है.

हैदरनगर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, स्थानीय निवासियों का विरोध..
हैदरनगर के परता कबरा में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से स्थानीय निवासी नाखुश हैं. वे इस कार्य को रोककर किसी अन्य स्थान पर पानी की टंकी बनाने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह भूमि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की है, इसलिए इसका इस्तेमाल ऐसे निर्माण के लिए अनुचित है. ग्रामीणों ने निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और जेसीबी मशीनों से भूमि की कटाई की जा रही है, जबकि इस स्थान पर कई छोटे बच्चों और पशुओं को दफन किया गया है. इससे भूमि की प्राकृतिक संरचना और स्थायित्व पर असर पड़ रहा है. स्थानीय लोगों की मांग है कि इस परियोजना को तुरंत रोका जाए और श्मशान भूमि को उसके मूल उद्देश्य के लिए सुरक्षित रखा जाए. वे चाहते हैं कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, इन परियोजनाओं में पारदर्शिता और संवेदनशीलता बरती जाए. हैदरनगर के बरजु मेहता, ब्रिज सोनी, आशीष गुप्ता, अंकित अग्रवाल, राजू सोनी और उज्जवल पांडे ने इस पर आक्रोश व्यक्त किया है.

जल जीवन मिशन के तहत हैदरनगर के परता कबरा में बनाया गया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट..
जल जीवन मिशन के तहत हैदरनगर के परता कबरा में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है. यहां से पानी को ट्रीट कर हैदरनगर पूर्वी पंचायत, बहेरा, भदुआ, और सड्या में बनने वाली पानी की टंकियों के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने की योजना है. ये पानी की टंकियां की क्षमता सात लाख लीटर है. हैदरनगर के कोइरियाडीह में एनएस इंफ्राटेक इस काम को कर रही है.

हैदरनगर में जलापूर्ति के लिए परता कबरा में बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट..
हैदरनगर प्रखंड में पानी की आपूर्ति के लिए परता कबरा सोन नदी से पानी उठाकर उसे ट्रीट करने की योजना है। हालांकि, पहले यह ट्रीटमेंट प्लांट परता कबरा में न बनाकर हुसैनाबाद प्रखंड के देवरी में बनाने का काम शुरू किया गया था. पर, देवरी के मुखिया और ग्रामीणों के विरोध के बाद, अब परता कबरा में ही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है. हालांकि, इस प्लांट की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं.

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