रिम्स में छात्रों को हॉस्टल खाली करने के आदेश, छात्रों के बीच हुई थी लड़ाई..

Jharkhand: राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) ने अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए शैक्षणिक गतिविधियों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है और 24 घंटे के भीतर छात्रावास खाली करने का आदेश दिया है। इस आदेश के खिलाफ गुरुवार की सुबह बड़ी संख्या में छात्र रिम्स प्रशासनिक ब्लॉक में जमा हुए और कहा कि उनकी पढ़ाई बाधित होगी।

निलंबन अवधि के बीच कैंपस में दिखने पर होगी कार्रवाई….
प्रबंधन ने स्पष्ट कहा है कि अगर छात्र-छात्राएं कक्षा निलंबन अवधि के बीच कैंपस में देखे गये, तो उन पर कार्रवाई की जायेगी। इधर, हॉस्टल खाली करने का अचानक फरमान जारी होने की सूचना पर गुरुवार की सुबह दर्जनों विद्यार्थी प्रशासनिक भवन के सामने एकत्र हो गये। उस समय स्टूडेंट वेलफेयर कमेटी की बैठक चल रही थी। इसलिए विद्यार्थी निदेशक डॉ राजीव गुप्ता और डीन डॉ विद्यापति से मिलकर अपना पक्ष रखना चाहते थे। लेकिन, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने विद्यार्थियों को जाने से रोक दिया। बाद में डीन ने कुछ विद्यार्थियों को बुलाकर उनसे बातचीत की। विद्यार्थियों ने कमरा में ही सामान रखने की अनुमति मांगी इसके बाद डीन ने इस पर सहमति दे दी। इधर, रिम्स प्रबंधन ने अलग से बैठक कर पीजी और इंटर्न के छात्रों को यह निर्देश दिया कि रात की इमरजेंसी ड्यूटी में समय का पालन करना है। रात नौ बजे सेंट्रल इमरजेंसी में पहुंच जाये।

जन्मदिन की पार्टी में हुई मार पीट…
जन्मदिन की पार्टी के दौरान दो बैच के छात्रों के बीच मारपीट और झड़प के बाद रिम्स प्रशासन ने बैच 2019-22 के सभी छात्रों को हॉस्टल खाली करने को कहा है। रिम्स की ओर से बताया गया कि अनुशासनहीनता का लगातार प्रदर्शन और प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना है। मंगलवार की रात जो कुछ हुआ, उससे यह गंभीर स्थिति उत्पन्न हुई है। देर रात सैकड़ों छात्र निदेशक के आवास में घुस गए, सुरक्षा गार्डों के साथ दुर्व्यवहार किया और कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की।

सभी को निलंबित करना है गलत…
छात्रों ने कहा कि सभी बैच में कम से कम 150 छात्र है। कुछ ही जिम्मेदार हो सकते है। कैसे सभी को निलंबित कर दिया गया है। छात्रों ने पूछा कि मुट्ठी भर छात्रों की करतूतों का खामियाजा उन्हें क्यों भुगतना पड़ेगा। इस बीच छात्र में गुस्सा था और प्रशासनिक भवन के सामने से हटने से इनकार कर दिया। रिम्स प्रशासन के हॉस्टल खाली करने के आदेश के खिलाफ सैकड़ों छात्र सुबह से ही आं कर रहे थे।

शपथ पत्र साथ लाना होगा…
कमेटी ने यह भी तय किया है कि विद्यार्थी जब दोबारा हॉस्टल में रहने आयेंगे, तो अपना और अपने माता-पिता अथवा अभिभावक का शपथ पत्र साथ लाना होगा। शपथ पत्र में यह स्पष्ट लिखा होना चाहिए कि विद्यार्थी दोबारा मारपीट या किसी तरह की अनुशासनहीनता नहीं करेंगे। अगर उन्हें दोबारा ऐसी घटनाओं में संलिप्त पाया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। कमेटी ने अपने फैसले को अनुशंसा के रूप में निदेशक डॉ राजीव कुमार गुप्ता के पास भेज दिया है। इसके अलावा कमेटी ने बीते सात जुलाई को मारपीट करनेवाले 29 विद्यार्थियों को भी नोटिस जारी करते हुए शपथ पत्र के साथ 21 जुलाई को उपस्थित होने का निर्देश दिया है।

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