रांची/नगड़ी | विशेष संवाददाता | झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड अंतर्गत नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 अस्पताल निर्माण को लेकर जारी विवाद और गहराता जा रहा है। किसानों की जमीन बचाने के आंदोलन को अब झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र महतो ने भी समर्थन दिया है।
शनिवार को देवेंद्र महतो कंधे पर हल और बैलों के साथ नगड़ी की जमीन पर पहुंचे और खुद हल चलाकर किसानों के आंदोलन में शामिल हुए।
चंपाई सोरेन हाउस अरेस्ट, महतो बने अगुवा
24 अगस्त को ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ आंदोलन की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन करने वाले थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें उनके आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया।
इसके बाद भाजपा के दो पूर्व विधायक रामकुमार पाहन और गंगोत्री कुजूर जब नगड़ी पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ऐसे हालात में देवेंद्र महतो किसानों के साथ खड़े हुए और आंदोलन की कमान संभाली।
देवेंद्र महतो का आरोप – “सरकार जबरन रोक रही है खेती”
देवेंद्र महतो ने सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें जारी कर कहा:
“नगड़ी और आसपास के गांवों की जमीन पर रैयतों को खेती करने से सरकार जबरन रोक रही है। यह जमीन किसानों की है, जिस पर उनकी पीढ़ियों ने हल चलाया है। सरकार जबरन कब्जा कर रिम्स-2 बनाने की कोशिश कर रही है।”
उन्होंने कहा कि वे ‘नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति’ के आह्वान पर ग्रामीणों के समर्थन में पहुंचे हैं और हर हाल में इस जमीन को बचाने की लड़ाई लड़ेंगे।
हल-बैल लेकर खेत में उतरे महतो
तस्वीरों में देवेंद्र महतो कंधे पर हल और बैलों के साथ नगड़ी की जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने किसानों के साथ खेत जोता और धान रोपा।
उन्होंने कहा कि जैसे उन्होंने बीआईटी मेसरा की 281 एकड़ अवैध कब्जा वाली जमीन मुक्त कराई थी, वैसे ही अब नगड़ी के किसानों की 227 एकड़ जमीन भी सरकार के अवैध कब्जे से मुक्त कराई जाएगी।