रांची/नगड़ी | विशेष संवाददाता | राजधानी रांची के कांके स्थित नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 (RIMS-2) की जमीन को लेकर शनिवार को बड़ा बवाल हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन को ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम में शामिल होने से पहले ही मोरहाबादी स्थित उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर दिया गया। वहीं, ग्रामीणों और आंदोलनकारियों के जुटान के बाद नगड़ी की जमीन पर माहौल तनावपूर्ण हो गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग भी किया।
चंपाई सोरेन को घर से निकलने से रोका गया
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शनिवार सुबह जैसे ही नगड़ी की ओर रवाना होने की तैयारी कर रहे थे, तभी डीएसपी वी रमण उनके आवास पहुंचे और उन्हें रोकते हुए कहा कि “आप बाहर नहीं जा सकते, आपको हाउस अरेस्ट किया जाता है।”
पुलिस का तर्क था कि विधि-व्यवस्था बनाए रखने और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई है।
#WATCH | Ranchi: On his house arrest, Former Jharkhand CM and BJP leader Champai Soren, says, “When DSP sahab came here and said that I don’t have to move today, meaning I don’t have to leave the house, I understood that he would not let me go anywhere. So I said that it’s okay;… pic.twitter.com/F7hm8dzWE9
— ANI (@ANI) August 24, 2025
ग्रामीणों का जमावड़ा और पुलिस-प्रदर्शनकारी आमने-सामने
इधर, ‘नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति’ के आह्वान पर सैकड़ों ग्रामीण नगड़ी की प्रस्तावित जमीन पर जुटने लगे। इनमें महिलाएं, किसान और युवा शामिल थे। JLKM के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो भी मौके पर पहुंचे और हल-बैल चला कर जमीन बचाने का प्रतीकात्मक कार्यक्रम किया।
लोगों की संख्या बढ़ने और माहौल गरमाने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी गई। हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
दिशोम गुरु का मुखौटा लगाकर पहुंचे ग्रामीण
ग्रामीणों ने आंदोलन के दौरान दिशोम गुरु शिबू सोरेन के मुखौटे पहनकर प्रदर्शन किया। वे खेतों की पगडंडियों से होते हुए रिम्स-2 की जमीन पर पहुंचे और हल जोतने व धान रोपने का काम शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार, लातेहार, लोहरदगा, बिजुपाड़ा, हातमा और बेड़ों समेत कई इलाकों से सैकड़ों की संख्या में लोग नगड़ी पहुंचे।
भारी सुरक्षा इंतजाम और अस्थायी जेल की व्यवस्था
संभावित हंगामे को देखते हुए नगड़ी मौजा और आसपास के 15 प्वाइंट्स पर पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए।
- बिरसा मुंडा स्टेडियम और प्लस-2 हाई स्कूल कांके में दो अस्थायी जेल बनाए गए।
- मौके पर वाटर कैनन, रबर बुलेट, वज्र वाहन और फायर टेंडर की भी व्यवस्था की गई थी।
- प्रशासन ने घोषणा की कि 20 अगस्त से अगले दो महीने तक नगड़ी इलाके में धारा 144 लागू रहेगी।
रैयतों और संघर्ष समिति का दावा
ग्रामीणों का कहना है कि रिम्स-2 के लिए अधिगृहीत जमीन पर लंबे समय से कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। ऐसे में जमीन पर उनका स्वाभाविक दावा बनता है। उनका आरोप है कि सरकार ने जमीन अधिग्रहित कर ली, लेकिन किसानों को उचित मुआवजा या पुनर्वास नहीं दिया।
‘नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति’ ने ऐलान किया है कि जब तक जमीन वापस नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा।
इस आंदोलन को नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और कांग्रेस नेता बंधु तिर्की का भी समर्थन मिला है।
रिम्स-2 की योजना और विवाद
रिम्स-2 परियोजना झारखंड सरकार का बड़ा सपना है।
- योजना के तहत 700 बेड का अस्पताल बनाने की योजना है।
- मेडिकल शिक्षा के लिए 100 अंडरग्रेजुएट और 50 पोस्टग्रेजुएट सीटें शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
पहले इसके लिए कांके के सुकुरहुटू में 102 एकड़ जमीन चिह्नित की गई थी, लेकिन विवाद के बाद नगड़ी का चयन हुआ। अब यहां भी विरोध तेज हो गया है, जिससे इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर संकट गहराता जा रहा है।