अरगोड़ा-कटहल मोड़ रोड क्षेत्र का तेजी से विकास, लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी बनी समस्या…..

राजधानी रांची का अरगोड़ा-कटहल मोड़ रोड क्षेत्र पिछले डेढ़ दशक में तेजी से विकसित हुआ है. कभी यह इलाका शांत और अपेक्षाकृत सुनसान माना जाता था, लेकिन आज यहां बड़ी संख्या में नए मोहल्ले और अपार्टमेंट्स बन चुके हैं. 2010-11 तक जहां इस क्षेत्र में सिर्फ अरगोड़ा बस्ती, चापूटोली, ढीपाटोली और पिपरटोली जैसे कुछ मोहल्ले ही थे, वहीं अब आबादी एक लाख से अधिक हो गई है. यह क्षेत्र अब एक आवासीय हब बन चुका है. यहां मल्टीस्टोरी अपार्टमेंट्स की भरमार है. 3 BHK फ्लैट्स की कीमतें 70 लाख से 1 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी हैं. शहर के कोलाहल से दूर होने और सभी प्रमुख स्थानों से बेहतर कनेक्टिविटी के चलते यहां फ्लैट्स की मांग भी अधिक है.

सुविधाओं का अभाव

हालांकि क्षेत्र का विस्तार हुआ है, लेकिन मूलभूत सुविधाएं अब भी नहीं पहुंच सकी हैं. कई नए मोहल्ले नगर निगम क्षेत्र में शामिल नहीं हैं, जिससे लोगों को सड़क, नाली, जलापूर्ति जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई स्थानों पर नल-जल योजना शुरू नहीं हुई है. गर्मियों में पानी के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है.

हरमू नदी की स्थिति चिंताजनक

हरमू नदी की स्थिति भी बेहद खराब है. इसके तल में गंदगी और प्लास्टिक जमा हो चुका है. साफ-सफाई के प्रयास विफल हो रहे हैं. नदी से दुर्गंध फैलती रहती है, जिससे आसपास के मोहल्लों के लोग परेशान हैं. गर्मियों और बारिश में महामारी फैलने का खतरा भी बना रहता है.

ट्रैफिक और सड़कें भी परेशानी का कारण

अरगोड़ा चौक, चापूटोली और कटहल मोड़ जैसे प्रमुख स्थानों पर जाम की समस्या आम हो गई है. पुराना अरगोड़ा चौक से लेकर चापूटोली तक सड़क की स्थिति खराब है और जगह-जगह गड्ढे बने हैं. इससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है.

सुविधाएं मौजूद, लेकिन असमान वितरण

इस क्षेत्र में दो नर्सिंग कॉलेज, 12 विद्यालय, 10 हॉस्टल, चार बड़े ब्रांड के वाहन शोरूम, 15 होटल-ढाबे-रेस्टोरेंट और चार पेट्रोल पंप मौजूद हैं. कैंसर अस्पताल और आई हॉस्पिटल का भी निर्माण हो चुका है, जिससे चिकित्सा सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है.

फोरलेन और रिंग रोड ने बदली तस्वीर

रांची-गुमला फोरलेन और रिंग रोड के निर्माण से इस क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं. कई वाहन शोरूम, सर्विस सेंटर और मॉल खुल चुके हैं. इससे अब यहां शाम के समय भी चहल-पहल बनी रहती है और लोग देर रात तक सुरक्षित आवागमन कर पाते हैं.

स्ट्रीट लाइट और टेस्टिंग का मुद्दा

निवारणपुर मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई, लेकिन यह सिर्फ ट्रायल के रूप में थी. रात होते ही अंधेरा छा जाता है, जिससे राहगीरों को परेशानी होती है.

महावीर जयंती की तैयारी

इस क्षेत्र में धार्मिक आयोजनों का भी विशेष महत्व है. श्री जैन समाज द्वारा डोरंडा क्षेत्र से महावीर जयंती की शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें शांतिधारा, आरती और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.

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