झारखंड के गढ़वा के रंका थाना क्षेत्र में दो नाबालिग लड़कियों को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। दोनों पीड़िता रिश्ते में आपस में चचेरी बहन हैं। पीड़िताओं के परिजनों की ओर से मामला दर्ज कराने के तीन घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली। दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद सोमवार को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दोनों बच्चियां अपने-अपने घर से रविवार अपराह्न तीन बजे अपने खेत से चने का साग लेने के लिए निकली थीं। इसी दौरान ही पलामू जिलांतर्गत चैनपुर थाना क्षेत्र के बोडी गांव निवासी हकीम अंसारी का 19 वर्षीय बेटा अमीर हसन और रंका थाना क्षेत्र के मानपुर निवासी कुतुबुद्दीन अंसारी का 20 वर्षीय बेटा मुमताज अंसारी दोनों बच्चियों को किडनैप कर पूरेगाड़ा स्थित सनसनिया नदी के किनारे के जंगल क्षेत्र में ले गए। वहां उनके साथ दुष्कर्म किया और छह घंटे तक अपने कब्जे में रखा। दोनों बच्चियों को उन्होंने देर रात यह हिदायत देते हुए छोड़ा कि किसी को कुछ नहीं बताना।
इस दौरान बच्चियों के घर नहीं लौटने पर परिजन खोजबीन कर रहे थे। बच्चियां देर रात किसी तरह अपने-अपने घर पहुंची। घर पहुंचने पर उन्होंने परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। सूचना पर पीड़िता के परिजन उन्हें लेकर रात 11 बजे थाना पहुंचे। थाना में पूरे घटनाक्रम की लिखित जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो अलग-अलग टीम गठित कर देर रात ही कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस अलग-अलग छापामारी कर देर रात दोनों आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उनसे थाना में पूछताछ की गई।
पूछताछ में उन्होंने दुष्कर्म की घटना में अपनी संर्लिप्तता स्वीकार कर ली है। गिरफ्तार अमीर ने बताया कि उसका एक लड़की के साथ छह महीने से प्रेम संबंध था। वह उससे अक्सर बात बात करता था। फोनकर उसे बुलाया था तो वह अपनी चचेरी बहन को भी साथ लेकर आई थी। अमीर के साथ आया मुमताज ने उसकी चचेरी बहन के साथ दुष्कर्म किया। मुमताज पहले से शादीशुदा है। थाना प्रभारी पंकज कुमार तिवारी ने बताया कि पीड़िताओं के माता-पिता ने रविवार रात 11 बजे बच्चियों के साथ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। केस दर्ज कर तीन घंटे के अंदर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया। वहीं पीड़िताओं का मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है।
Source : Hindustan