रांची: राजधानी रांची का सदर अस्पताल अब दिल के मरीजों के लिए एक और बड़ी सुविधा की ओर कदम बढ़ा चुका है। लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल में अत्याधुनिक कैथ लैब (कैथेटराइजेशन लैब) स्थापित की जा रही है, जिससे हृदय रोगों का इलाज अब और अधिक सुलभ और सस्ता हो सकेगा।
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सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बिमलेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि कैथ लैब की स्थापना की प्रक्रिया टेंडर से आगे बढ़ चुकी है और आगामी 3 से 4 महीनों के भीतर यह सुविधा अस्पताल में शुरू हो जाएगी। इस लैब में अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी, जिनसे एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर इम्प्लांटेशन जैसी प्रक्रियाएं की जा सकेंगी।
हृदय रोग विशेषज्ञों की टीम हुई तैयार
अस्पताल में पहले से ही चार कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ अपनी सेवाएं दे रहे हैं – डॉ. राजेश कुमार झा, डॉ. अमित चतुर्वेदी, डॉ. धनंजय कुमार सिंह और डॉ. साकेत सोनी। इनके अनुभव और विशेषज्ञता से मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और अब कैथ लैब की शुरुआत से यह सुविधा और भी प्रभावी हो जाएगी।
गरीबों को मिलेगा मुफ्त इलाज
डॉ. बिमलेश सिंह ने बताया कि बीपीएल कार्ड धारकों और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले मरीजों को इस लैब में सभी इलाज निशुल्क मिलेंगे। वहीं, अन्य सामान्य मरीजों से भी बहुत नाममात्र शुल्क लिया जाएगा, जो कि निजी अस्पतालों की तुलना में काफी कम होगा।
रिम्स के बाद दूसरा सरकारी संस्थान
यह सुविधा शुरू होने के बाद सदर अस्पताल, रिम्स के बाद रांची का दूसरा ऐसा सरकारी संस्थान बन जाएगा जहां हृदय रोगों का इलाज अत्याधुनिक तकनीक के साथ किया जा सकेगा। इससे रिम्स पर मरीजों का दबाव भी कम होगा और मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा।
राज्य सरकार द्वारा की जा रही यह पहल न केवल राजधानी रांची बल्कि पूरे झारखंड के हृदय रोगियों के लिए एक बड़ी राहत है। सदर अस्पताल में कैथ लैब की सुविधा से मरीजों को समय पर और किफायती इलाज मिलेगा, जिससे कई जिंदगियों को बचाया जा सकेगा।