बोकारो: गिरिडीह लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी जयराम महतो को रांची पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी और बैरंग बोकारो से रांची लौट गयी. रांची की नगड़ी पुलिस गिरफ्तारी वारंट लेकर बोकारो पहुंची थी, ताकि नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो को गिरफ्तार कर लिया जा सके, लेकिन पुलिस की उम्मीदों पर पानी फिर गया. चुनावी सभा के बाद जयराम महतो ने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया. इस दौरान उनके समर्थकों व पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई.
जयराम महतो के समर्थकों से पुलिस की नोंक-झोंक..
नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो ने रांची पुलिस से कहा कि वे बोकारो के चास स्थित सभास्थल पर गिरफ्तारी देंगे. उन्हें चुनावी सभा करने दी जाए. वे समर्थकों के बीच सभास्थल पर पहुंचे. पहले उन्होंने शाम पांच बजे तक लोगों को संबोधित करने की बात कही थी. जब गिरफ्तारी देने की बात आई तो उन्होंने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया. इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच हल्की नोंक-झोंक हुई. समर्थकों ने गो बैक के नारे लगाए. आखिरकार पुलिस बैरंग लौट गयी.
रांची पुलिस की किरकिरी..
हालांकि जयराम महतो ने मंच से नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देने पर चुनौती देते हुए कहा कि संविधान पर विश्वास रखते हुए सदन जाने के लिए मैंने नामांकन दाखिल किया है. अगर आप नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देते हैं तो हम झुमरा और पारसनाथ में रहकर अपना काम करेंगे. हमें अपराधी बनाने की कोशिश नहीं करें. जयराम महतो के नामांकन को लेकर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. तमाम प्रयास के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस प्रशासन की किरकिरी हुई है.अब पुलिस की ओर से आगे की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. यह भी संभव है कि जयराम महतो खुद पुलिस या अदालत के सामने सरेंडर कर दें और कोर्ट से जमानत का आग्रह कर चुनाव प्रचार में जुटे.