मॉक ड्रिल को लेकर रांची जिला प्रशासन का अलर्ट, 7 मई को डोरंडा क्षेत्र में बजेगा सायरन, घबराएं नहीं……

आपात स्थिति में नागरिक सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से रांची जिले के डोरंडा क्षेत्र में 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा. इस मॉक ड्रिल के आयोजन की जानकारी आज उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री और डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची श्री चंदन सिन्हा द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई. इस दौरान अधिकारियों ने मॉक ड्रिल से जुड़ी तमाम तैयारियों और दिशा-निर्देशों की जानकारी मीडिया के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचाई.

सायरन बजेगा, लेकिन घबराएं नहीं – केवल अभ्यास है

प्रेस वार्ता के दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी आपदा की स्थिति में नागरिकों और संबंधित एजेंसियों की तत्परता को परखना और सुधारना है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मॉक ड्रिल के दौरान डोरंडा क्षेत्र में सायरन बजाया जाएगा, लेकिन लोगों को इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह केवल एक अभ्यास है. मॉक ड्रिल एक पूर्व-निर्धारित, नियंत्रित और सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध गतिविधि है, जिससे आपदा की स्थिति में जनसहयोग और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके.

शाम 4 बजे से 7 बजे तक चलेगा मॉक ड्रिल, लाइट और वाहन के हॉर्न बंद रखने की अपील

मॉक ड्रिल 7 मई को दोपहर 4:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक आयोजित की जाएगी. उपायुक्त ने डोरंडा क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि इस दौरान अपने घरों की लाइट्स बंद रखें. साथ ही वाहनों की हेडलाइट, हॉर्न और जेनरेटर आदि बंद रखने का भी अनुरोध किया गया है ताकि अभ्यास वास्तविक स्थिति जैसा प्रतीत हो और अधिकारी सही तरीके से आपात प्रतिक्रिया की समीक्षा कर सकें.

वैकल्पिक मार्ग से करें आवागमन, ट्रैफिक को लेकर भी विशेष योजना

मॉक ड्रिल के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन ने विशेष तैयारी की है. दोपहर 4:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक डोरंडा क्षेत्र में आम यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए गए हैं. जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि मॉक ड्रिल के दौरान डोरंडा क्षेत्र में आवागमन से परहेज करें या वैकल्पिक मार्गों का ही उपयोग करें ताकि किसी तरह की परेशानी न हो और ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न हो सके.

वीडियो संदेशों के माध्यम से भी फैलाई जा रही जागरूकता

नागरिकों को मॉक ड्रिल और आपात स्थिति में बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर जागरूक करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न वीडियो संदेश जारी किए जा रहे हैं. इन संदेशों के माध्यम से आम जनता को बताया जा रहा है कि किसी भी आपदा की स्थिति में किस तरह की सावधानियां अपनानी चाहिए और प्रशासन को किस प्रकार सहयोग करना चाहिए.

प्रशासन की अपील – अपने आसपास के लोगों को भी करें जागरूक

जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे न केवल स्वयं जागरूक बनें बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी मॉक ड्रिल के महत्व के बारे में बताएं. यह ड्रिल ना सिर्फ सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करती है बल्कि आम जनता को भी आपदा प्रबंधन के प्रति सजग बनाती है. इस अभ्यास से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी असली आपात स्थिति में कम से कम नुकसान हो और जनहानि से बचा जा सके.

गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रहा आयोजन

यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश के आलोक में ऑपरेशन अभ्यास के अंतर्गत आयोजित की जा रही है. इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि कभी कोई प्राकृतिक या मानवजनित आपदा आती है, तो प्रशासन और नागरिक एकजुट होकर उसका मुकाबला करने में सक्षम हों.

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