रांची शहर होगा प्रदूषण मुक्त, सिटी बसें अब होगी सीएनजी में तब्दील..

शनिवार को नगर आयुक्त मुकेश कुमार की अध्यक्षता में रांची नगर निगम की बैठक हुई | इस बैठक में निगम ने रांची शहर को प्रदूषण मुक्त करने के अभियान को लेकर चर्चा हुई है | इसके तहत नगर निगम ने रास्तों पर आयरन बोलार्ड लगाने की योजना बनाई है ताकि वातावरण में धूल कणों की संख्या को सीमित किया जा सके। आपको बता दें कि आयरन बोलार्ड लगने से धूल की मात्रा वायुमंडल में कम होगी और पीएम-10 के स्तर में भी सुधार लाया जा सकेगा। साथ ही, डीजल वाली सिटी बसों को सीएनजी में परिवर्तित किया जाएगा ताकि इससे भी प्रदूषण नहीं हो। इन सभी बिंदुओं की योजना तैयार कर ली गयी है।जानकारी के अनुसार, नगर निगम के बोर्ड की अगली बैठक में इन सभी प्रस्तावों को बोर्ड में पेश किया जाएगा।

मालूम हो की , शहर में अभी करीब 35 बसें डीजल से चल रही हैं जिससे वायु प्रदूषण हो रहा है। नगर निगम ने फैसला लिया है कि इन सभी सिटी बसों को सीएनजी में परिवर्तित कर दिया जाए ताकि प्रदूषण का स्तर कम हो।

वहीं ,इस बैठक में एक और अहम फैसला लिया गया है कि मोरहाबादी मैदान और राज भवन के चारों तरफ, मुख्यमंत्री निवास के सामने, हरमू मुक्तिधाम से बिरसा चौक तक और बिरसा चौक पर पेवर्स ब्लॉक लगाया जाएगा। साथ ही ,पेवर्स ब्लॉक में पैदल चलने वालों और साइकिल चलाने वालों के लिए अलग-अलग ट्रैक बनाया जाएगा। इन रास्तों पर आयरन बोलार्ड लगाए जाएंगे ताकि धूल की मात्रा कम हो और वायुमंडल में पीएम 10 के स्तर में सुधार लाया जा सके |

इतना ही नहीं शहर के अंदर एक लाख पेड़ भी लगाए जाएंगे जिससे हरियाली बढ़ेगी और वायु प्रदूषण खत्म होगा। आपको बता दें कि हाईकोर्ट के नए भवन, नई विधानसभा के आसपास के क्षेत्र में पौधारोपण किया जाएगा।इस सन्दर्भ में नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने नागरिकों से अपील की है कि अगर वह चाहे तो निगम उनकी भूमि पर पौधारोपण कर सकेंगे। पौधारोपण के लिए वन विभाग के अधिकारियों से भी तकनीकी परामर्श लिया जाएगा कि किन इलाकों में पेड़ों को लगाया जाए जो ज्यादा से ज्यादा वायु को साफ सुथरा बना सकें।

इसके अलावा छोटी और बड़ी नालियों की सफाई के लिए सुपर सकर मशीन भी खरीदी जाएगी। ताकि नालों की सफाई आसानी से हो सके। साथ ही ,मैकेनिकल स्वीपिग मशीन और वाटर मशीन भी खरीदी जाएगी। फिलहाल नगर निगम के पास एक मैकेनिकल स्वीपिग मशीन है। जिससे सड़कों की सफाई की जा रही है। वहीं ,शहर में वायु प्रदूषण का स्तर जानने के लिए चयनित स्थलों पर एयर क्वालिटी मॉनिटरिग मशीन लगाई जाएगी। जिससे नगर निगम को यह पता चलेगा कि किस जगह वायु प्रदूषण की क्या स्थिति है। आपको बता दें कि बैठक में नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता, नगर निवेशक, सहायक लोक स्वास्थ्य अधिकारी, अभियान प्रबंधक आदि मौजूद थे।