रांची शहर को अब एक नए रूप में देखा जा सकता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन ने राजधानीवासियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई अहम कदम उठाए हैं. स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पूरे शहर में यातायात प्रबंधन को स्वचालित करने और अपराध नियंत्रण में सुधार लाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. इसी के तहत शहर के 50 प्रमुख चौक-चौराहों पर पीले रंग के इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं, जो जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता प्रदान करेंगे.
कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर की मदद से स्मार्ट निगरानी
रांची में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कमांड कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर (C4) की स्थापना की गई है. यह सेंटर पूरे शहर में यातायात को नियंत्रित करने और अपराधों पर नजर रखने का काम करता है. सेंटर की सहायता से न केवल सड़क यातायात को सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है, बल्कि किसी भी आपराधिक गतिविधि की निगरानी और उसके समाधान में भी मदद ली जा रही है. C4 सेंटर के जरिए पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों को शहरभर में लगे सीसीटीवी कैमरों से लाइव फीड मिलती है. इससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और अपराधियों की पहचान करने में मदद मिलती है. साथ ही, यदि कहीं कोई यातायात समस्या या सड़क दुर्घटना होती है, तो संबंधित एजेंसी को तुरंत सूचना भेजी जाती है, जिससे राहत कार्य जल्दी से जल्दी शुरू किया जा सके.
कैसे काम करेगा इमरजेंसी कॉल बॉक्स?
शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर लगाए गए पीले रंग के इमरजेंसी कॉल बॉक्स अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं. यदि कोई व्यक्ति सड़क पर किसी समस्या में फंस जाए, जैसे दुर्घटना, अपराध, आगजनी या किसी अन्य आपातकालीन स्थिति में, तो वह इस बॉक्स का उपयोग कर तुरंत सहायता प्राप्त कर सकता है. इस बॉक्स में एक लाल बटन दिया गया है, जिसे दबाते ही यह सीधे कमांड कंट्रोल सेंटर से कनेक्ट हो जाएगा. सेंटर से जुड़ने के बाद व्यक्ति अपनी समस्या बता सकता है. उसकी बात सुनने के बाद, संबंधित एजेंसी को तुरंत सूचित किया जाएगा और जल्द से जल्द मदद भेजी जाएगी. इस सुविधा की सबसे खास बात यह है कि इसके लिए किसी व्यक्ति को मोबाइल फोन या किसी नंबर को याद रखने की जरूरत नहीं होगी. बस आसपास कहीं भी यह पीला बॉक्स दिखे, तो उसे दबाकर सीधे मदद प्राप्त की जा सकती है.
कब और कैसे कर सकते हैं इमरजेंसी कॉल बॉक्स का इस्तेमाल?
इमरजेंसी कॉल बॉक्स का उपयोग कई परिस्थितियों में किया जा सकता है, जैसे:
- सड़क दुर्घटना: यदि कोई सड़क दुर्घटना हो जाती है और तत्काल एंबुलेंस या पुलिस की जरूरत हो, तो इस बॉक्स का उपयोग करके मदद मंगाई जा सकती है.
- अपराध की स्थिति: अगर कहीं चेन स्नैचिंग, मारपीट, लूटपाट, गोलीबारी या छेड़खानी जैसी वारदात होती है, तो इस बॉक्स की मदद से पुलिस को तत्काल सूचना दी जा सकती है.
- आग लगने की स्थिति: यदि किसी इलाके में आग लग जाती है, तो पीड़ित व्यक्ति या कोई भी आसपास का व्यक्ति इस कॉल बॉक्स का उपयोग कर फायर ब्रिगेड को बुला सकता है.
- नगरीय समस्याएं: अगर सड़क पर कोई बिजली का खंभा गिर जाता है, तार टूट जाते हैं, सड़क पर मृत मवेशी पड़े होते हैं या अन्य किसी तरह की समस्या होती है, तो इसकी जानकारी भी इस बॉक्स के माध्यम से नगर निगम को दी जा सकती है.
- चश्मदीद गवाह भी कर सकते हैं रिपोर्ट: जरूरी नहीं कि सिर्फ पीड़ित व्यक्ति ही इस सुविधा का उपयोग करे.यदि कोई व्यक्ति किसी घटना का गवाह बनता है, तो वह भी इस बॉक्स का उपयोग कर मदद बुला सकता है.
शहर के किन-किन इलाकों में लगाए गए हैं कॉल बॉक्स?
फिलहाल, रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन ने शहर के 50 महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर यह सुविधा उपलब्ध कराई है. जिन जगहों पर ये इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं, उनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- कांके रिंग रोड
- मेन रोड ओवरब्रिज
- सहजानंद चौक
- शनि मंदिर चौक
- हरमू चौक
- अरगोड़ा चौक
- सेटेलाइट चौक
- कांके रोड
- बिरसा चौक
- मेकन चौक
- सुजाता चौक
- कोकर चौक
इन जगहों पर ये इमरजेंसी कॉल बॉक्स लोगों के लिए सुरक्षा और सुविधा का एक महत्वपूर्ण साधन बनेंगे.
अस्थायी रूप से हटाए गए कुछ बॉक्स, जल्द होगी पुनः स्थापना
फ्लाईओवर निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण के कारण कुछ स्थानों से फिलहाल ये कॉल बॉक्स अस्थायी रूप से हटा दिए गए हैं. लेकिन जैसे ही निर्माण कार्य पूरा होगा, उन्हें फिर से स्थापित कर दिया जाएगा. इस बीच, स्मार्ट सिटी कारपोरेशन लोगों से अपील कर रहा है कि वे इस सुविधा का सही तरीके से उपयोग करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत कॉल बॉक्स का सहारा लें.
स्मार्ट सिटी योजना के तहत रांची को सुरक्षित और स्मार्ट बनाने की पहल
रांची को आधुनिक और सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट सिटी योजना के तहत कई अन्य परियोजनाएं भी चलाई जा रही हैं. इमरजेंसी कॉल बॉक्स के अलावा, शहर में स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स, हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे और उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली भी विकसित की जा रही है. सरकार और प्रशासन का लक्ष्य है कि रांची को एक सुरक्षित, स्मार्ट और सुविधाजनक शहर बनाया जाए, जहां नागरिक बिना किसी डर के निर्बाध रूप से अपनी दिनचर्या पूरी कर सकें. इमरजेंसी कॉल बॉक्स इस दिशा में एक बड़ा और प्रभावी कदम साबित होगा.