2025 तक रांची एयरपोर्ट का विस्तार, यात्री क्षमता और सुविधाएं होंगी दोगुनी…..

रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट का विस्तार कार्य तेजी से चल रहा है और इसे 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस विस्तारीकरण के तहत यात्रियों की क्षमता 1000 से बढ़ाकर 2000 की जाएगी और विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इस प्रोजेक्ट के लिए 10 करोड़ रुपये का टेंडर बालाजी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है. एयरपोर्ट डायरेक्टर आरआर मौर्या के अनुसार, इस काम में पार्किंग एरिया, बैठने की जगह, एयरलाइंस के काउंटर्स और सिक्योरिटी चेक काउंटरों का विस्तार शामिल है.

यात्रियों के लिए बढ़ेंगी सुविधाएं

वर्तमान में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर एक समय में 1000 यात्रियों के लिए व्यवस्था है, लेकिन विस्तारीकरण के बाद यह संख्या 2000 हो जाएगी. सिक्योरिटी चेक काउंटर की संख्या 3 से बढ़ाकर 8 की जाएगी और एयरलाइंस काउंटर 16 से बढ़कर 38 हो जाएंगे. इंट्री और एग्जिट गेट की संख्या भी अब दो-दो होगी. इसके अलावा, डिपार्चर एरिया को दोगुना किया जाएगा.

पार्किंग और बैठने की जगह में सुधार

एयरपोर्ट पर पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए इस महीने से पार्किंग एरिया का विस्तार किया जा रहा है. नए डिजाइन के तहत यात्रियों को बारिश और धूप से बचाने के लिए टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर शेड का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. एयरपोर्ट के अंदर बैठने की व्यवस्था में भी सुधार किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके.

विश्वस्तरीय सुविधाओं पर जोर

रांची एयरपोर्ट के अंदर विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. आगमन और प्रस्थान द्वार पर हाई-प्रोफाइल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एयरपोर्ट के कमर्शियल एरिया का विस्तार कर वहां लाइब्रेरी, लाउंज और कैंटीन जैसी सेवाएं दी जाएंगी. एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि यात्री सुविधाओं के विस्तार को लेकर प्रबंधन काफी गंभीर है.

यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि

एयरपोर्ट डायरेक्टर आरआर मौर्या ने बताया कि पिछले वर्षों में हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है. 2023-24 में प्रतिदिन औसतन 6500 यात्रियों का आना-जाना था, जो अब बढ़कर 8000 प्रतिदिन हो गया है. इस बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है.

पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर 86 करोड़ रुपये की लागत से पैरेलल टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है. यह ट्रैक रनवे के उपयोग को बेहतर बनाएगा. वर्तमान में विमानों के आगमन और प्रस्थान के बीच 6-7 मिनट का अंतर होता है, जो ट्रैक के बनने के बाद घटकर 4-5 मिनट रह जाएगा. इससे रनवे जल्द खाली होगा और हर दो मिनट में विमान उतर सकेंगे.

2025 तक विस्तार कार्य पूरा होगा

टेंडर के अनुसार, 2025 तक एयरपोर्ट का पूरा विस्तार कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बालाजी कंस्ट्रक्शन द्वारा किए जा रहे इस प्रोजेक्ट की लागत 10 करोड़ रुपये है. इस विस्तारीकरण के बाद रांची एयरपोर्ट बड़े महानगरों के एयरपोर्ट की तरह यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करेगा.

यात्रियों को क्या मिलेगा फायदा

• पार्किंग: अब पार्किंग की समस्या से यात्रियों को राहत मिलेगी.

• सिक्योरिटी चेक: चेक काउंटर की संख्या बढ़ने से यात्रियों को समय की बचत होगी.

• डिपार्चर एरिया: दोगुना बड़ा क्षेत्र, बैठने और सुविधाओं में वृद्धि.

• कमर्शियल एरिया: कैंटीन, लाउंज और लाइब्रेरी जैसी सेवाओं का विस्तार.

• पैरेलल ट्रैक: रनवे के उपयोग में सुधार और विमानों के प्रस्थान-आगमन में समय की बचत.

एयरपोर्ट प्रबंधन का यह प्रयास न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा बल्कि रांची को विश्वस्तरीय एयरपोर्ट की सूची में भी शामिल करेगा.

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