राजधानी रांची में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार तेज हो रही है. इसी कड़ी में एसीबी की टीम ने मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन के पास नामकुम अंचल के अंचल निरीक्षक राजेश कुमार के आवास पर छापेमारी की. यह कार्रवाई शहर अंचल के पूर्व अंचल अधिकारी मुंशी राम के रिश्वत मामले से जुड़ी हुई है. मुंशी राम को कुछ दिन पहले एसीबी ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार के नेटवर्क की जांच में तेजी लाई गई. एसीबी ने इस मामले में नामकुम अंचल कार्यालय के निरीक्षक राजेश कुमार को भी जांच के दायरे में रखा और उनके आवास पर छापा मारा.
घाघरा में भी छापेमारी
एसीबी की टीम ने सिर्फ रांची ही नहीं, बल्कि गुमला जिले के घाघरा क्षेत्र में भी कार्रवाई की. राजेश कुमार घाघरा में किराये के मकान में रहते थे. इसके अलावा वह बिशुनपुर और घाघरा अंचल में लंबे समय तक पदस्थापित रहे हैं. इस छापेमारी में उनके पिछले कार्यकाल से जुड़े दस्तावेजों और संपत्तियों की जांच की जा रही है.
भ्रष्टाचार रोकने की कोशिश
राजधानी रांची और झारखंड के अन्य हिस्सों में भ्रष्टाचार के मामलों को गंभीरता से लेते हुए एसीबी लगातार छापेमारी कर रही है.
एसीबी की रणनीति
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि एसीबी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की तह तक जाने का प्रयास कर रही है. मुंशी राम के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद अब अन्य संदिग्ध कर्मचारियों की जांच हो रही है. राजेश कुमार की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं और उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाने के लिए छापेमारी की जा रही है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान
पिछले कुछ समय से रांची में एसीबी ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान तेज कर दिया है. सरकारी कर्मचारियों द्वारा पद का दुरुपयोग और रिश्वत लेने के मामलों में तेजी से कार्रवाई हो रही है. इस प्रकार की कार्रवाई से एक ओर जहां भ्रष्ट अधिकारियों में डर का माहौल बन रहा है, वहीं दूसरी ओर ईमानदार अधिकारियों को काम करने में प्रोत्साहन मिल रहा है.