रांची: धूमधाम से आयोजित हुआ सीआरपीएफ का 86वां स्थापना दिवस….

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 86वां स्थापना दिवस तथा ग्रुप केंद्र रांची का 13वां स्थापना दिवस  27 जुलाई को रांची के ग्रुप केंद्र में धूमधाम से आयोजित किया गया.  इस विशेष अवसर पर उप महानिरीक्षक श्री डी.एन. लाल ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और बल की बहादुरी को सराहा. कार्यक्रम में झारखंड सेक्टर के पुलिस महानिरीक्षक श्री साकेत कुमार सिंह भी उपस्थित थे, जिन्होंने बल के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डाला.

सीआरपीएफ का गौरवमयी इतिहास

1955 में भारत की स्वतंत्रता के बाद स्थापित सीआरपीएफ ने देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान हॉटस्प्रिंग्स की घटना और संसद भवन पर हुए हमले को विफल करना सीआरपीएफ के इतिहास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इसके अलावा, बल ने दंगों और नक्सलवाद से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सीआरपीएफ के बहादुर जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा की है और इसके लिए कई बार उन्हें शहादत का सामना भी करना पड़ा है. बल के जवानों की शहादत और बलिदान को आज भी याद किया जाता है, और उनके साहसिक कार्यों को सराहा जाता है.

हाल की उपलब्धियां और चुनौतियां

पिछले एक वर्ष में सीआरपीएफ ने झारखंड में कई महत्वपूर्ण अभियानों को अंजाम दिया. इन अभियानों में कई जवानों ने अपने जीवन का बलिदान दिया. पिछले वर्ष में, बल ने नक्सलियों के खिलाफ 21 मुठभेड़ों में 53 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 8 दुर्दांत नक्सलियों को मार गिराया. इसके अलावा, भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किए गए. इस अवधि में बल के 3 जवान शहीद हुए और 9 अधिकारी एवं जवान गंभीर रूप से घायल हुए. कार्यक्रम में इन जवानों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. यह बल की साहसिकता और उनके प्रति हमारी श्रद्धा का प्रतीक है.

सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुरस्कार वितरण

स्थापना दिवस के अवसर पर रांची में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. जवानों के बीच वालीबॉल और रस्साकसी के मैचों का आयोजन किया गया. इन खेलों में विजेता टीमों को श्री डी.एन. लाल ने पुरस्कार प्रदान किए. इसके अलावा, स्थानीय संस्कृति का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें रांची के विभिन्न विभागों के अधिकारी और उनके परिवारजन शामिल हुए. कार्यक्रम में रांची के अलावा रेंज कार्यालय रांची, कंपोजिट अस्पताल रांची, 6 सिग्नल बटालियन, एनडीएलआरएसओ-8 रांची, और सी/244 वाहिनी के अधिकारी और उनके परिवारजन उपस्थित थे. यह एक अवसर था जब बल के सभी सदस्य एकत्रित हुए और अपने सामूहिक प्रयासों की सराहना की.

भविष्य की योजनाएं

समारोह के अंत में उप महानिरीक्षक श्री डी.एन. लाल ने भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि रांची में नवस्थापित सीआरपीएफ कैंप को और सुदृढ़ करने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा. इस प्रयास से क्षेत्र की सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा और सीआरपीएफ की क्षमताओं को और सशक्त किया जाएगा.

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