झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना “मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के अंतर्गत रांची जिले की 4 लाख 31 हजार 393 महिलाओं को लाभ मिल चुका है. सरकार ने जनवरी, फरवरी और मार्च महीने की कुल 7500 रुपये की सम्मान राशि लाभुकों के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी है. अब अप्रैल 2025 से यह राशि सीधे आधार लिंक्ड बैंक खातों में भेजी जाएगी. इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है.
कौन-कौन हुए लाभान्वित
रांची जिले में इस योजना से अब तक कुल 4,31,393 महिलाएं लाभान्वित हुई हैं. इनमें से 3,08,282 महिलाओं को आधार बेस्ड भुगतान किया गया है, जबकि 1,23,111 महिलाओं को बैंक खाता आधारित भुगतान मिला है. यानी शुरुआत में जिनका आधार बैंक खाते से लिंक था, उन्हें पहले राशि भेजी गई. इसके बाद जिनके बैंक खाते आधार से लिंक नहीं थे, उन्हें बाद में पैसा ट्रांसफर किया गया.
होली से पहले मिली थी पहली किस्त
राज्य सरकार ने होली से पहले इस योजना के तहत 3 लाख से ज्यादा महिलाओं को राशि ट्रांसफर की थी, ताकि त्योहार से पहले उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके. इसके बाद शेष 1.23 लाख से ज्यादा लाभुकों को भी योजना का लाभ मिल गया. अब योजना का अगला चरण शुरू हो चुका है, जिसमें अप्रैल 2025 से केवल उन महिलाओं को भुगतान होगा जिनका बैंक खाता आधार से लिंक है.
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
रांची के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने सभी बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) और सीओ (अंचल अधिकारी) को निर्देश दिया है कि वे लाभुकों को सत्यापन फॉर्म उपलब्ध कराएं और नियमानुसार उनका सत्यापन कराएं. शहरी क्षेत्रों के अंचल अधिकारियों को भी सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना पदाधिकारी) और समाज कल्याण शाखा से समन्वय स्थापित कर लाभुकों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है. यह प्रक्रिया इसलिए जरूरी है ताकि आगे चलकर कोई भी महिला योजना से वंचित न रह जाए.
आधार लिंक कराना जरूरी
जिन लाभुकों ने अभी तक अपने बैंक खाते को आधार से लिंक नहीं कराया है, उन्हें जल्द से जल्द यह काम पूरा करने के लिए कहा गया है. उपायुक्त ने स्पष्ट किया है कि अप्रैल 2025 से केवल उन्हीं महिलाओं को सम्मान राशि मिलेगी जिनका खाता आधार से लिंक होगा. इससे सरकार को भुगतान प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुगमता मिलेगी.
साइबर ठगी से रहें सावधान
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने लाभुकों को साइबर अपराधियों से सावधान रहने की भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि कोई भी लाभुक अपनी बैंक डिटेल्स या निजी दस्तावेज किसी अनजान व्यक्ति से साझा न करें. यदि किसी को फोन कॉल, मैसेज या लिंक के माध्यम से कोई जानकारी मांगी जाती है, तो वह तुरंत सतर्क हो जाए और नजदीकी थाने या साइबर सेल में शिकायत करे. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कभी भी फोन पर किसी से बैंक डिटेल्स नहीं मांगती है.
क्या है मंईयां सम्मान योजना
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार द्वारा शुरू की गई “मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” खास तौर पर महिलाओं के लिए चलाई जा रही है. इस योजना के अंतर्गत राज्य की पात्र महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, यानी साल में कुल 30,000 रुपये की सहायता. यह राशि सीधे लाभुक के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। योजना का मकसद महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है.
सरकार का प्रयास – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना
इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को घर की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद कर रही है. ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं इस पैसे का उपयोग अपने छोटे व्यापार में, बच्चों की पढ़ाई या परिवार की जरूरतों को पूरा करने में कर सकती हैं. यह योजना झारखंड में महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है.