रांची और झारखंड के अन्य हिस्सों में दुर्गोत्सव की धूम मची हुई है, लेकिन इस बार बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण मौसम में बदलाव आने की संभावना है, जो श्रद्धालुओं के उत्साह को थोड़ा प्रभावित कर सकता है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 11 अक्टूबर तक झारखंड के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए रह सकते हैं, और कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके साथ ही शाम को ठंड भी महसूस होगी. रविवार को रांची में दोपहर के बाद से ही मौसम में बदलाव नजर आया. आसमान में बादल छा गए और शाम तक कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हुई. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, 12 अक्टूबर से मौसम साफ हो जाएगा, लेकिन तब तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. इस दौरान 10 अक्टूबर को गुमला, बोकारो, हजारीबाग, खूंटी, जमशेदपुर, चाईबासा, सिमडेगा और खरसावां में भी हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. बारिश के साथ कुछ स्थानों पर वज्रपात की भी संभावना जताई गई है.
पूजा समितियों की बढ़ी परेशानी
मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी से दुर्गा पूजा समितियों की चिंता बढ़ गई है. पूजा पंडालों के आसपास भारी बारिश की आशंका के कारण समितियां तैयारियों में जुट गई हैं. रांची और जमशेदपुर सहित कई स्थानों पर फूड स्टॉलों और अन्य व्यवस्थाओं को वाटरप्रूफ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो. भारी बारिश से बचने के लिए पंडालों में अतिरिक्त उपाय किए जा रहे हैं.
तापमान में गिरावट की संभावना
मौसम में हो रहे बदलाव का असर तापमान पर भी देखने को मिल रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक 62 मिमी बारिश जामताड़ा में दर्ज की गई, जबकि सरायकेला का उच्चतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस रहा. रांची में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग का अनुमान है कि 15 अक्टूबर के बाद सुबह और शाम के समय ठंडक में और बढ़ोतरी हो सकती है.
श्रद्धालुओं को सावधान रहने की सलाह
मौसम विभाग ने बारिश और वज्रपात को ध्यान में रखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. खासकर दुर्गा पूजा के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और मौसम की जानकारी पर ध्यान दें.